UP Election 2022: अयोध्या में कम मतदान प्रतिशत का बड़ा कारण बनी गड़बड़ी से भरी मतदाता सूची

अयोध्या। अयोध्या जनपद में रविवार को हुए मतदान के प्रतिशत में कमी का एक बड़ा कारण गड़बड़ी से भरी मतदाता सूची भी रही। मतदान के दौरान बड़ी संख्या में मतदाता सूची से नाम गायब होने की शिकायतें सामने आई। यह हाल तब है जब मतदाता सूची का पुनरीक्षण कार्य एक महीने से अधिक चला। लोगों …
अयोध्या। अयोध्या जनपद में रविवार को हुए मतदान के प्रतिशत में कमी का एक बड़ा कारण गड़बड़ी से भरी मतदाता सूची भी रही। मतदान के दौरान बड़ी संख्या में मतदाता सूची से नाम गायब होने की शिकायतें सामने आई।
यह हाल तब है जब मतदाता सूची का पुनरीक्षण कार्य एक महीने से अधिक चला। लोगों का कहना है कि सूची से नाम नदारद होने के कारण 26 फीसदी से अधिक लोगों को मतदान केंद्रों से वापस लौटना पड़ा।
लोगों की शिकायत है कि मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य में बूथ लेवल अफसरों ने बड़ी लापरवाही बरती जिसके कारण ऐसा हुआ। पहली बार ऐसा है कि रविवार को हुए मतदान के लिए घरों तक पर्चियां भी विलम्ब से पहुंची जिसके कारण लोग बाद में जान सके कि वे इस बार वोटर नहीं हैं।
साहबगंज के रहने वाले अशोक पांडेय के परिवार में आठ लोग हैं और सभी गत विधानसभा चुनाव में मतदाता थे। लेकिन इस बार दो ही पर्ची आई। खुद अशोक पांडेय तक का नाम मतदाता सूची में नहीं था।
इसी तरह नहर बाग के सलीम अंसारी के परिवार में भी तीन सदस्यों का नाम मतदाता सूची से गायब था। सभी विधानसभाओं में ऐसी स्थिति देखी गई। रूदौली, गोसाईगंज, मिल्कीपुर और बीकापुर विधानसभा क्षेत्रों से आई सूचना के अनुसार इन क्षेत्रों में भी सैकड़ों की संख्या में लोगों को नाम न होने से मतदान से वंचित होना पड़ा।
यह माना जा रहा था कि विभिन्न जागरुकता कार्यक्रमों से मतदान पहले से बेहतर होगा लेकिन मतदाता सूची की गड़बड़ी ने उम्मीद पर पानी फेर दिया। राजनीतिक दलों के लोग भी इसकी शिकायत कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि पहले चुनाव में राजनीतिक दलों की ओर से सप्ताह भर पहले ही पर्ची पहुंचा दी जाती थी लेकिन इस बार नहीं पहुंचाई गई।
बीएलओ ने पर्ची पहुंचाने में भी लापरवाही बरती। उप जिला निर्वाचन अधिकारी एडीएम प्रशासन अमित सिंह का कहना है पुनरीक्षण के दौरान नाम घटते बढ़तें हैं, शिकायत लिखित आए तो कोई कार्रवाई हो सकती है।