बरेली: चंदा जुटा कर प्रतियोगिता कराने के बाद जारी हुई खेल धनराशि

बरेली,अमृत विचार। प्राथमिक स्कूलों में खेलों को बढ़ावा देने की मंशा से शासन की ओर से धनराशि आवंटित कर दी गई है। शासन की ओर से खेलकूद व स्कूलों में अन्य शैक्षिक कार्यों के लिए कुल एक 120. 00 लाख (एक करोड़ बीस लाख ) रुपये स्वीकृत हुए हैं। इनमें से प्रति विकास खंडवार के …
बरेली,अमृत विचार। प्राथमिक स्कूलों में खेलों को बढ़ावा देने की मंशा से शासन की ओर से धनराशि आवंटित कर दी गई है। शासन की ओर से खेलकूद व स्कूलों में अन्य शैक्षिक कार्यों के लिए कुल एक 120. 00 लाख (एक करोड़ बीस लाख ) रुपये स्वीकृत हुए हैं। इनमें से प्रति विकास खंडवार के स्कूलों के लिए कुल 44 लाख रुपये आवंटित किए गए हैं।
इस धनराशि का उपयोग स्कूलों में खेल सामग्री की खरीददारी करने के लिए किया जाएगा। विभागीय जानकारी के मुताबिक संकुल, ब्लॉक् संसाधन केंद्रो के लिए 5 हजार रुपये आवंटित कर दिया गया है। बीएसए विनय कुमार ने बताया कि बच्चों में खेल की भावना को विकसित करने के लिए यह कदम शासन की ओर से उठाया गया है। सभी स्कूलों में जल्द ही खेल सामग्री की खरीददारी कर ली जाएगी।
धनराशि आवंटन में देरी पर संगठनों ने जताई नाराजगी
उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ के मंडल अध्यक्ष डा. विनोद कुमार शर्मा का कहना है कि लगभग दो माह पूर्व ही संकुल और जिला स्तरीय प्रतियोगिताएं संपन्न कराई गई है। सरकारी बजट न होने के बावजूद भी शिक्षकों के अथक प्रयास की बदौलत बच्चों ने हर खेल में जोरदार प्रदर्शन किया था।
इसके लिए शिक्षकों ने प्रतियोगिताएं संपन्न कराने के लिए व्यक्तिगत रूप से हजारों रुपये का चंदा जुटा कर खेल की तैयारी और प्रतियोगिताओं का आयोजन किया था। शासन की ओर से धनराशि आवंटन समय से हो गया होता तो बेहतर तैयारी के साथ खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ होता ।
यूनाइटेड शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह ने कहा कि बच्चों में खेल भावना को विकसित करने के प्रति यदि विभागीय अधिकारी गंभीर रहे होते तो शिक्षकों को चंटा जुटाने की नौबत नही आती। विभाग की ओर से देरी के कारण बच्चों की खेल तैयारी निश्चित रूप से प्रभावित हुई है।
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