संभल : निराश्रित गायें स्कूल में बंद, पुलिस और ग्रामीणों में नोकझोंक

संभल : निराश्रित गायें स्कूल में बंद, पुलिस और ग्रामीणों में नोकझोंक

संभल/सौंधन, अमृत विचार। सरकार जहां एक ओर निराश्रित गोवंशीय पशुओं को गौशाला के माध्यम से उनकी सुरक्षा के इंतजाम कर रही है तो वहीं कई स्थानों पर खुले में घूम रहे पशु फसलों को तबाह कर रहे हैं। सोमवार को गुस्साए ग्रामीणों ने 200 से अधिक गोवंशीय पशुओं को प्राथमिक स्कूल में बंद करके बाहर …

संभल/सौंधन, अमृत विचार। सरकार जहां एक ओर निराश्रित गोवंशीय पशुओं को गौशाला के माध्यम से उनकी सुरक्षा के इंतजाम कर रही है तो वहीं कई स्थानों पर खुले में घूम रहे पशु फसलों को तबाह कर रहे हैं। सोमवार को गुस्साए ग्रामीणों ने 200 से अधिक गोवंशीय पशुओं को प्राथमिक स्कूल में बंद करके बाहर से ताला लगा दिया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस के समझाने के बाद भी जब ग्रामीण नहीं माने तो पुलिस ने मुकदमा लिखने की धमकी दी। उसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को स्कूल की चाबी सौंप दी। उसके बाद पुलिस ने गोवंशीय पशुओं को स्कूल से बाहर निकाला।

रजपुरा के गांव मढ़ावली के प्राथमिक विद्यालय में बंद निराश्रित गोवंशीय पशु।

रजपुरा ब्लॉक के मढ़ावली गांव के किसानों ने रविवार को गांव के प्रत्येक किसान से दौ सौ रुपये के हिसाब से चंदा एकत्रित किया और उसके बाद 14 कुंटल भूसा खरीदकर निराश्रित पशुओं को खिलाने के लिए रख लिया। शाम के समय में गांव के सभी किसानों ने एकत्रित होकर जंगल में घूम रहे पशुओं को पकड़कर गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में करीब 200 पशुओं को बंद कर स्कूल के गेट पर ताला लगा दिया। ग्रामीणों ने स्कूल में बंधे पशुओं के लिए भूसा डाल दिया।

सोमवार को प्राथमिक विद्यालय के इंचार्ज जमीउल्ला और अध्यापक स्कूल पहुंचे तो स्कूल में गोवंशीय पशु बंधे हुए दिखाई दिए। इंचार्ज ने विभागीय अधिकारियों को स्कूल में बंधे गोवंशीय पशुओं के बारे में सूचना दी, वहीं अध्यापकों ने पीआरवी डायल 112 पुलिस को जानकारी दी। इसके साथ ही ग्रामीण भी एकत्रित हो गए। पुलिस ने ग्रामीणों को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह किसी भी कीमत पर सहमत नहीं हुए। इसके बारे में सूचना गुन्नौर के एसडीएम रामकेश धाम को दी गई। एसडीएम के निर्देश पर कैलादेवी थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई और ग्रामीणों को काफी देर समझाने के बाद विद्यालय में बंधे पशुओं को बाहर कराया।

समझाने पर किसान नहीं माने तो पुलिस ने दी मुकदमा लिखने की धमकी
किसानों के खेत में आज के समय में गेहूं और सरसों व आलू की फसल खड़ी है। किसान अपनी खेतों में खड़ी फसलों को पशुओं से बचाने के चक्कर में दिन रात रखवाली कर रहे हैं। इसके बाद भी किसानों की फसलें सुरक्षित नहीं रह पा रही हैं तो किसानों ने योजना बनाकर निराश्रित पशुओं को प्राथमिक विद्यालय में बांध दिया, वहीं थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। किसानों को पहले समझाने का प्रयास किया, लेकिन किसान पुलिस की बातों से सहमत नहीं हुए। वहीं थाना पुलिस ने किसानों से नाम पूछकर मुकदमे लिखने की धमकी देने लगी, जिससे ग्रामीण थाना पुलिस के डर से स्कूल में लगे ताले की चाबी सौंप दी।

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