शहरी करें जमकर वोट तो बढ़े राजधानी का मतदान प्रतिशत, जानें पूरा मामला…

लखनऊ। राजधानी की नौ विधानसभा सीटों पर 23 फरवरी को मतदान होगा। विधानसभा चुनाव 2017 हो या फिर लोकसभा चुनाव 2019 राजधानी में औसत मतदान 60 प्रतिशत से कम रहा है। हर बार ग्रामीणों का जोश शहरी वोटरों पर भारी पड़ता है। यदि शहरी वोटर जमकर वोट करें तो राजधानी का मतदान प्रतिशत बढ़ सकता …
लखनऊ। राजधानी की नौ विधानसभा सीटों पर 23 फरवरी को मतदान होगा। विधानसभा चुनाव 2017 हो या फिर लोकसभा चुनाव 2019 राजधानी में औसत मतदान 60 प्रतिशत से कम रहा है। हर बार ग्रामीणों का जोश शहरी वोटरों पर भारी पड़ता है। यदि शहरी वोटर जमकर वोट करें तो राजधानी का मतदान प्रतिशत बढ़ सकता है।
राजधानी में इस बार जिला प्रशासन ने 70 प्रतिशत मतदान का लक्ष्य रखा है। निर्वाचन आयोग ने वोटिंग के लिए एक घंटे का समय बढ़ाया है। शहरी वोटर घरों से निकलकर अपने मताधिकार का प्रयोग करें तो यह लक्ष्य पाना संभव है।
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शहरी सीटों पर 55 प्रतिशत रहा औसत मतदान
विधानसभा चुनाव 2017 हो या 2019 का लोकसभा चुनाव राजधानी की शहरी सीटों पर औसत मतदान लगभग 55 प्रतिशत रहा है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों की सीटों पर औसत मतदान 60 प्रतिशत से अधिक रहा है। शहर की लखनऊ उत्तरी, लखनऊ दक्षिणी, लखनऊ पूर्वी, लखनऊ मध्य सीटों पर मतदान लगभग 55 प्रतिशत रहा। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों की मलिहाबाद, बख्शी का तालाब, मोहनलालगंज विधानसभा सीटों पर मतदान लगभग 65 प्रतिशत रहा।
शहरी क्षेत्रों में जिला प्रशासन की ओर से चुनाव के पहले जागरूकता अभियान और विशेष सुविधाओं के बीच भी मतदान प्रतिशत नहीं बढ़ रहा है। जिला प्रशासन ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए मॉडल बूथ बनाने के साथ सेल्फी प्वाइंट भी बनाए लेकिन शहरी मतदाताओं को घरों से मतदान केंद्रों पर नहीं ला पाए।
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