बरेली: 37 साल की उम्र, 14 साल से तैमूर कर रहा था स्मैक की तस्करी

संजय शर्मा, बरेली। जरायम की दुनिया में स्मैक तस्करी से जुड़े तैमूर उर्फ भोला ने 14 साल में करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर ली। सबसे अधिक मामले उसपर दिल्ली में दर्ज हैं। वहां की क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल उसे जेल भी भेज चुकी हैं लेकिन बरेली में उसके खिलाफ पहला मामला वर्ष 2020 में …
संजय शर्मा, बरेली। जरायम की दुनिया में स्मैक तस्करी से जुड़े तैमूर उर्फ भोला ने 14 साल में करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर ली। सबसे अधिक मामले उसपर दिल्ली में दर्ज हैं। वहां की क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल उसे जेल भी भेज चुकी हैं लेकिन बरेली में उसके खिलाफ पहला मामला वर्ष 2020 में लिखा गया। इसके बाद उसपर बरेली पुलिस ने एनडीपीएस, जानलेवा हमले समेत दुष्कर्म के मामले दर्ज किए। वह फरीदपुर का गैंस्टकर और हिस्ट्रीशीटर भी रहा लेकिन इसके बाद भी उसकी सेटिंग विभाग में इतनी मजबूत थी कि पुलिस उसे कभी गिरफ्तार नहीं कर सकी।
फरीदपुर के गांव बहेड़ा में फरवरी 1984 में पैदा हुआ भोला उर्फ तैमूर खां पुत्र इफज्जल खां बड़ा होते ही वह जरायम की दुनिया में अपना नाम कमाने लगा। तैमूर ने बीते 14 सालों में स्मैक बेचकर सब कुछ कमाया। पहला मामला उसपर 2009 में दिल्ली के शाहदरा में एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज हुआ। इसके बाद 2012 में उसपर दिल्ली की स्पेशल सेल ने पहला एनडीपीएस का मामला दर्ज किया।
इसके बाद लगातार 2013 और 2017 में दिल्ली की ही स्पेशल सेल ने उस पर एनडीपीएस के मामले दर्ज किए। फिर दिल्ली क्राइम ब्रांच ने तैमूर पर 2018 में दो एनडीपीएस के मामले दर्ज किए। 2020 में तैमूर के खिलाफ पहला एनडीपीएस का मामला फरीदपुर में दर्ज किया गया। इसके साथ ही इसी साल उसपर फरीदपुर में एक मामला जानलेवा हमले और दो अन्य मामले एनडीपीएस के दर्ज हुए।
2020 में ही उसपर दिल्ली पुलिस ने दो नए मामले एनडीपीएस के दर्ज किए। 2021 में उसपर दिल्ली के हौजकाजी में एनडीपीएस की कार्रवाई हुई। 2021 फरीदुपर पुलिस ने भोला के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की। इसके बाद फरीदुपर पुलिस ने उसपर तीन अन्य मामले दर्ज किए। फरीदपुर पुलिस न उसके खिलाफ हिस्ट्रीशीट भी खोल दी। लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई। इतना ही नहीं फरीदपुर पुलिस के पास उसका कोई अपटेड फोटो भी नहीं है।
तैमूर को पकड़ने के लिए पुलिस टीम को लगाया गया था। उसके खिलाफ हिस्ट्रीशीट भी खोली गई है। लेकिन पकड़े जाने से पहले ही उसने दिल्ली एनसीबी में सरेंडर कर दिया। -रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी