बरेली: कभी मजदूर था, स्मैक तस्करी कर बन गया करोड़पति
बरेली, अमृत विचार। तेल पेराई चक्की में काम करने वाला नन्हे 15 सालों में करोड़ों का मालिक बन गया। तस्करी के रुपयों से उसने इलाके में बेशकीमती जमीनें खरीदीं और अपना बारातघर बनवा लिया। उसके इलाके में दो आलीशान मकान भी हैं और वह बाजार में उसकी छह दुकानें भी हैं। जांच में पता चला …
बरेली, अमृत विचार। तेल पेराई चक्की में काम करने वाला नन्हे 15 सालों में करोड़ों का मालिक बन गया। तस्करी के रुपयों से उसने इलाके में बेशकीमती जमीनें खरीदीं और अपना बारातघर बनवा लिया। उसके इलाके में दो आलीशान मकान भी हैं और वह बाजार में उसकी छह दुकानें भी हैं। जांच में पता चला है कि उसके पास कई जगह कृषि भूमि भी है। जो उसने स्मैक तस्करी के रुपयों से ही खरीदी है। जल्द ही पुलिस उसकी संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई शुरू करेगी।
पहले पढ़ेरा के प्रधान छोटे को पुलिस ने 20 किलो स्मैक के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा। उसके बाद स्मैक तस्करों की नब्ज पुलिस ने पकड़ ली। कई लोगों के नाम सामने आए। उसमें फतेहगंज पश्चिमी का नन्हें उर्फ लंगड़ा भी शामिल था। पुलिस ने उसे पिछले बुधवार को 270 ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया था। इसके बाद जब उससे पूछताछ की गई तो पुलिस को पता चला की उसके फतेहगंज पश्चिमी में दो बड़े मकान हैं। उसकी बाजार में छह दुकाने हैं।
नेशनल हाईवे पर करोड़ों की लागत से तैयार किया गया बारात घर है। इसके साथ ही वहां स्थित एक अस्पताल के पास में उसके 300-300 गंज के दो प्लाट है। इसके साथ ही उसने कई जगह पर खेती की जमीन खरीदी है। पुलिस ने संपत्ति की जानकारी कर उसके खिलाफ जब्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी। आने वाले कुछ महीनों पर स्मैक के पैसों से तैयार की गई संपत्ति का ध्वस्तीकरण करेगी और जब्त करेगी।
इसलिए टूटा तस्कर नन्हे का ‘आशियाना’
पुलिस चाहकर भी अपने स्तर से बारात घर पर कार्रवाई नहीं कर सकती थी। जब तक रिपोर्ट तैयार होगी और तब तक कुछ महीने लग जाएंगे। ऐसे में आरोपी इस संपत्ति को किसी और के नाम कर सकता था और इसे बेच भी सकता था। इसके बाद पुलिस के अफसरों ने बीसी बीडीए से बातचीत कर उन्हें बताया कि नन्हें का बारातघर बिना बीडीए के नक्शा पास किए बनाया गया है। इसलिए उसका ध्वस्तीकरण किया जा सकता है। इसके बाद बीडीए ने पहली बार किसी बारातघर पर इतनी बड़ी कार्रवाई की।
पढ़ेरा तक नहीं पहुंचती बीडीए की सीमाएं
फतेहगंज पूर्वी के पढ़ेरा तक बीडीए की सीमाएं नहीं पहुंचती है। यदि वहां तक बीडीए की सीमाएं होती तो अब तक वहां पर भी बीडीए का बुलडोजर चल चुका होता। इसलिए पहली बार छोटे प्रधान की संपत्ति को जब्त करने के लिए नया तरीका अपनाया जा रहा है।
नन्हे ने स्मैक तस्करी करके करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर ली है। उसने बीडीए से बिना नक्शा पास कराए ही बारात घर बनवा लिया। इसकी जांच होने पर बीडीए ने अपनी कार्रवाई है। पुलिस अपने तरीके से नन्हें की संपत्ति की कुर्की कराएगी। -रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी
और भी है पुलिस के निशाने पर
पहली बार बरेली पुलिस ने स्मैक तस्करों का बड़ा नेटवर्क ध्वस्त किया है। इसके साथ ही अभी और कई स्मैक तस्करों की लिस्ट तैयार हो रही है। ऐसे लोग पुलिस की नजर में हैं जो कुछ सालों में करोड़पति हो गए हैं। वहीं पुलिस को ऐसे 20 लोगों की लिस्ट भी लोगों ने दी है जो मादक पदार्थो की तस्करी करते हैं।
स्मैक तस्करी में पांच बार जा चुका है जेल
नन्हें इससे पहले भी मादक पदार्थों के साथ गिरफ्तार हो चुका है। पुलिस ने उसे 2007 से अब तक पांच बार जेल भेजा है। सबसे पहले इसकी गिरफ्तारी 2007 में ही हुई थी। इसके बाद वह 2011, 2013, 2014 में हुई थी। इसके साथ ही 2009 में बलबा और जानलेवा हमले के मामले में भी वह जेल जा चुका है।
कुछ दिनों पहले बेटे ने किया था मंत्री का स्वागत
नन्हें के बेटे ने कुछ समय पहले अपने इसी बारात घर में दर्जा राज्य मंत्री का सम्मान समारोह किया था। उस समय वहां सैकड़ों लोगों की भीड़ थी। उसके साथ कई और लोग भी मौजूद थे। बताया जाता है कि अपने संबंध बनाने के लिए यह लोग इस तरह के कार्यक्रम करते रहते हैं।
चार थानों का फोर्स, एक प्लाटून पीएसी और ईटीएफ रही मौजूद
बगैर नक्शा पास कराए रामपुर रोड पर अवैध रूप से बनवाए गए स्मैक तस्कर नन्हें लंगड़ा उर्फ रियासत के आलीशान बैंक्विट हॉल ‘आशियाना’ को तोड़ने के लिए भारी पुलिस फोर्स मौजूद था। इसके साथ ही वहां पर पीएसी को भी तैनात किया गया था। गुरुवार को तस्कर के बारात घर को तोड़ने से पहले फतेहगंज पश्चिमी के साथ मीरगंज, शाही, शीशगढ़ थानों का फोर्स वहां पर पहुंच गया था। इसके साथ ही किसी भी विवाद से निपटने के लिए मौके पर एक प्लाटून पीएसी और एक प्लाटून ईटीएफ मौजद रही। सुबह से ही सारी तैयारियां पूरी हो गई थीं।
दोपहर तक वहां पर जेसीबी पहुंच गई और अधिकारियों की मौजूदगी में वह जेसीबी अपना काम करने लगी। लोगों की भीड़ वहां पर जुटी लेकिन पुलिस फोर्स देखकर कोई कुछ भी न बोल सका। इस दौरान एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल, सीओ बहेड़ी अजय गौतम मौजूद रहे। कार्रवाई के दौरान साप्ताहिक बाजार वाले दिन कस्बे से मीरगंज की तरफ जाने वाले मेन रोड पर छोटे-बड़े वाहनों की आवाजाही रोक दी गई। जिससे टेंपो, ई-रिक्शा वालों और बाजार करने आए आस-पास क्षेत्र से आए ग्रामीणों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी।