बरेली: हत्यारोपी पप्पू गिरधारी की बढ़ीं मुश्किलें, ट्रांसफर अर्जी के विरोध में तीन अधिवक्ता नियुक्त

बरेली: हत्यारोपी पप्पू गिरधारी की बढ़ीं मुश्किलें, ट्रांसफर अर्जी के विरोध में तीन अधिवक्ता नियुक्त

विधि संवाददाता, अमृत विचार, बरेली। बहुचर्चित जैन दंपति हत्याकांड में गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद से मुख्य हत्यारोपी उत्तराखंड की कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य के पति गिरधारी लाल साहू उर्फ पप्पू गिरधारी की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। शुक्रवार को केस ट्रांसफर करने की अर्जी पर जिला जज रेणु अग्रवाल की अदालत में सुनवाई …

विधि संवाददाता, अमृत विचार, बरेली। बहुचर्चित जैन दंपति हत्याकांड में गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद से मुख्य हत्यारोपी उत्तराखंड की कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य के पति गिरधारी लाल साहू उर्फ पप्पू गिरधारी की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। शुक्रवार को केस ट्रांसफर करने की अर्जी पर जिला जज रेणु अग्रवाल की अदालत में सुनवाई हुई।

इस दौरान पप्पू गिरधारी की केस ट्रांसफर अर्जी का विरोध करने के लिए मृतक जैन दंपति की बेटी एवं हत्या के मुकदमे की पैरोकार डा. प्रगति जैन ने अपना पक्ष रखते हुए तीन अधिवक्ताओं को नियुक्त किया। जिनमें वरिष्ठ अधिवक्ता सत्येन्द्र शंकर सक्सेना, पूर्व डीजीसी क्राइम राजेश यादव व अखिलेन्द्र कुमार सोमवंशी शामिल हैं। मामले में जिला जज ने अगली सुनवाई के लिए 2 सितंबर की तारीख नियत की है। वहीं, पप्पू गिरधारी की ओर से बार एसोसिएशन अध्यक्ष/वरिष्ठ अधिवक्ता घनश्याम शर्मा पहले से ही नियुक्त हैं।

बता दें कि गैर जमानती वारंट जारी होने के दौरान कोर्ट की सख्ती पर पप्पू गिरधारी ने जिला जज की कोर्ट में केस ट्रांसफर करने की अर्जी दी थी और अपनी बीमारी का हवाला देते हुए अर्जी की पैरवी के लिए अपने पुत्र धर्मेंद्र कुमार राठौर को नियुक्त किया है। पूर्व में हुई सुनवाई में धर्मेंद्र ने अदालत को बताया था कि पप्पू गिरधारी गंभीर बीमार हैं। चलने फिरने में असमर्थ हैं।

कोरोना से पीड़ित भी रह चुके हैं। इस वजह से अर्जी की पैरोकारी करने में सक्षम नहीं हैं। इधर ट्रायल कोर्ट में हत्याकांड की सुनवाई 10 सितम्बर को होनी है। पप्पू गिरधारी के विरुद्ध गैर जमानती वारंट बरकरार है लेकिन पुलिस की पकड़ से दूर है। कोतवाली पुलिस मामले में ढील डाले हुए है।