बरेली: पात्रता के बाद भी नहीं आवंटित हो रहे आयुष्मान कार्ड

बरेली, अमृत विचार। कोरोना महामारी का असर आयुष्मान के पात्र परिवारों पर भी पड़ रहा है। पांच माह पहले अभियान चलाकर जिले में करीब 50 हजार लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए गए थे। लेकिन अब तक 38 हजार से अधिक लोगों को आयुष्मान कार्ड नहीं मिल सका है। ऐसे में पात्र होने के बाद भी …
बरेली, अमृत विचार। कोरोना महामारी का असर आयुष्मान के पात्र परिवारों पर भी पड़ रहा है। पांच माह पहले अभियान चलाकर जिले में करीब 50 हजार लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए गए थे। लेकिन अब तक 38 हजार से अधिक लोगों को आयुष्मान कार्ड नहीं मिल सका है। ऐसे में पात्र होने के बाद भी आयुष्मान के इलाज से वंचित हो रहे हैं।
जिले में मार्च में आयुष्मान कार्ड बनाने का अभियान चलाया गया था। जनसेवा केंद्रों की मदद से गांवों में शिविर लगाकर करीब 50 हजार पात्र परिवारों का सत्यापन किया गया था। उनके पीवीसी आयुष्मान कार्ड छपकर आने थे। कोरोना महामारी के दौरान फैक्ट्रियां बंद होने के चलते पीवीसी कार्ड छपने का काम प्रभावित हुआ। इसके चलते महज 12 हजार आयुष्मान कार्ड लाभार्थियों तक पहुंचे। शेष 38 हजार पात्रों के आयुष्मान कार्ड अब तक नहीं मिल सके हैं।
केंद्र संचालक मौके पर करेगा सत्यापन
अभियान चलाकर जनसेवा केंद्रों ने जिन पात्रों का सत्यापन किया था, उनके आयुष्मान कार्ड घर-घर जाकर बांटना बड़ी चुनौती है। प्रक्रिया के तहत पीवीसी आयुष्मान कार्ड जनसेवा केंद्रों पर भेजे जाएंगे। केंद्र संचालक इसे गांवों में पात्रों को देकर मौके पर ही सत्यापन करेगा। इसके लिए जनसेवा केंद्र के खाते में प्रति कार्ड 14 रुपये आएंगे।
इस बार बने महज 15 हजार आयुष्मान कार्ड
आयुष्मान कार्ड नहीं मिलने का असर इस बार के अभियान पर पड़ रहा है। पिछले अभियान में जहां 50 हजार लोगों का कार्ड बना था। वहीं इस बार बमुश्किल 15 हजार लोगों का ही कार्ड बन पाया है। गांवों में टीम जाने पर पात्र लोग आयुष्मान कार्ड नहीं मिलने की शिकायत कर रहे हैं।
जल्द मिलेंगे आयुष्मान कार्ड
पात्र परिवारों को जल्द ही आयुष्मान के पीवीसी कार्ड बांटे जाएंगे। अधिक से अधिक पात्रों का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। जिन लोगों का सत्यापन हो गया है, कार्ड नहीं मिलने की दशा में वह योजना का लाभ ले सकते हैं। इसके लिए लाभार्थियों को अस्पताल के आयुष्मान मित्र की सहायता लेनी होगी। -डा. अशोक कुमार, नोडल अधिकारी
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