गोरखपुर: सीएम योगी ने कलाकारों व कलाकार संगठनों से किया वर्चुअल संवाद, कही यह बड़ी बात

गोरखपुर: सीएम योगी ने कलाकारों व कलाकार संगठनों से किया वर्चुअल संवाद, कही यह बड़ी बात

गोरखपुर। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज स्थापित करने, विकास का प्रतिमान स्थापित करने और लोक कल्याण की योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में जो सफलता मिली है, उसे उन्होंने गोरखपुर में कलाकारों, साहित्यकारों व जनता के साथ समस्याओं के निदान को लेकर किए गए आंदोलनों से सीखा है। गोरखपुर …

गोरखपुर। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज स्थापित करने, विकास का प्रतिमान स्थापित करने और लोक कल्याण की योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में जो सफलता मिली है, उसे उन्होंने गोरखपुर में कलाकारों, साहित्यकारों व जनता के साथ समस्याओं के निदान को लेकर किए गए आंदोलनों से सीखा है।

गोरखपुर का प्रयोग पूरे देश में लागू होकर देश-दुनिया के सामने नजीर प्रस्तुत कर रहा है। आज उत्तर प्रदेश कानून-व्यवस्था, विकास और हरेक क्षेत्र में पूरे देश में उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है तो उसकी प्राथमिक पाठशाला गोरखपुर ही है।

2017 से पहले कर्मचारियों को वेतन देने तक के नहीं थे पैसे: सीएम

सीएम योगी बुधवार शाम गोरखपुर के कलाकारों व कलाकार संगठनों के सदस्यों के साथ वर्चुअल संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह वही उत्तर प्रदेश है जहां 2017 के पूर्व कर्मचारियों को वेतन देने तक की व्यवस्था नहीं थी, आज वह प्रगति के पथ पर नई नजीर प्रस्तुत कर रहा है। चुनौतियों को अवसर में बदला गया है। कानून व्यवस्था, विकास, जन कल्याण की योजनाओं, कोरोना प्रबंधन से लेकर शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में यूपी के मॉडल को अन्य राज्य सीख रहे हैं।

दीपावली का पर्व है प्रदेश की पहचान, हम इसे दी वैश्विक पहचान: सीएम

सीएम ने कहा कि यूपी को पहचान मिलनी ही चाहिए। इसी संकल्प के साथ हमें एक-एक इवेंट को वैश्विक स्तर पर ले जाने में सफलता मिली। उन्होंने कहा कि देश व दुनिया को दीपावली पर्व यूपी ने दिया। हजारों वर्ष पहले लंका विजय के पश्चात प्रभु श्रीराम के अयोध्या आगमन की स्मृति में यह पर्व प्रारंभ हुआ लेकिन पूर्व की सरकारों में वहां ही आयोजन नहीं होता था।

हमनें चार साल पहले दीपोत्सव का आयोजन प्रारंभ किया, आज यह आयोजन वैश्विक ब्रांड बन चुका है। देश-दुनिया के लाखों लोग आते हैं। दीपोत्सव देखने को पूरी दुनिया के लोग उत्सुक रहते हैं। इसी तरह मथुरा, वृंदावन व बरसाना में रंगोत्सव व श्रीकृष्ण जन्माष्टमी भव्यता के साथ आयोजन हो रहा है। इसे भी वैश्विक स्तर पर मान्यता मिली है। काशी की देव दीवाली या भव्य-दिव्य कुंभ का आयोजन, सबकुछ अद्भुत है।

यूपी में पहले नहीं मनाया जाता था स्थापना दिवस, मात्र सैफई में होता था आयोजन

मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार, बंगाल, कर्नाटक, तमिलनाडु स्थापना दिवस मनाते थे। पर, यूपी में स्थापना दिवस नहीं मनाया जाता था। यहां एक ही आयोजन होता था, सैफई महोत्सव। इसमें न भाव था और न ही भाषा। स्थानीय कलाकारों, संस्कृति का कोई प्रभाव नहीं दिखता था। आयोजकों को भी इसका उद्देश्य नहीं मालूम था। 24 जनवरी 1950 से 2017 तक प्रदेश मे स्थापना दिवस के आयोजन ही नहीं होते थे।

बीजेपी सरकार ने ही शुरू किया गोरखपुर महोत्सव

भाजपा सरकार ने इसे भव्यता के साथ अलग-अलग कार्यक्रमों के जरिये प्रारंभ किया है। गोरखपुर महोत्सव भी इसी कड़ी का हिस्सा रहा है। सरकार ने हर जनपद में महोत्सव कराने की पहल की ताकि सस्थानीय कलाकारों को मंच मिले। देश-दुनिया में अपनी प्रतिभा के साथ आगे जाने का अवसर मिले। दुनिया में भारतीय संस्कृति, यूपी की कला विधाएं दुनिया में जाएं,  इस दिशा में प्रयास प्रारंभ हुआ है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संवाद के दौरान गोरखपुर में हुए रंगादोलन से खुद के जुड़ाव का जिक्र करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि सभी को पता है कि गोरखपुर में रंगाश्रम कबसे प्रेक्षागृह की मांग कर रहा था। दो दशक से मैं खुद जुड़ा रहा। वरिष्ठ रंगकर्मी केसी सेन लगातार सप्ताह में पीपल बरगद पेड के नीचे नाट्य श्रृंखला करते थे। सीएम ने कहा कि मौन भी एक क्रांति है और इस क्रांति के साथ कला कैसे ऊर्जा भरती है, रंगाश्रम आंदोलन ने सिद्ध किया।

उन्होंने कहा कि रंगाश्रम और कलाकार मांग नहीं करते तो मेरे मन में प्रेक्षागृह की बात कहां से बात आती। भाजपा सरकार ने गोरखपुर के संस्कृतिकर्मियों और कलाकारों को योगिराज बाबा गंभीरनाथ के नाम को समर्पित अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त प्रेक्षागृह एवं सांस्कृतिक केंद्र की सौगात दी है।

यही नहीं वर्षों से लंबित मुक्ताकाशी मंच का प्रस्ताव जैसे ही आया तो तत्काल राशि उपलब्ध कराई गई। अब यह बनकर तैयार है। गोरखनाथ मंदिर में भी ओपन थिएटर बन चुका है जहां विभिन्न प्रकार के आयोजन हो सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कला तो ईश्वर प्रदत्त है। यदि हम प्रतिभा को समाज के सामने नहीं ला पा रहे तो कमी हमारी होगी। उन्होंने कहा कि जब भी उन्होंने कोई अभियान प्रारंंभ किया तो कलाकार निरंतर उनसे सकारात्मक ऊर्जा के साथ जुड़े रहे।

सीएम योगी ने कहा कि मुंबई से बड़ी फिल्म सिटी यूपी में बना रहे हैं। फिल्म उद्योग में यूपी की धमक है लेकिन पांच साल पहले तक पहचान नहीं मिलती थी। आज प्रदेश में माहौल बना तो यहां के कलाकारों ने अपनी सशक्त पहचान स्थापित की है।

सीएम ने कलाकारों में ऊर्जा का संचार करते हुए कहा कि आप सबके सहयोग से प्रदेश में विकास का जो क्रम अहर्निश गतिमान है, उस पर विराम नहीं लगना चाहिए। हम सभी को लंबी यात्रा पर चलना है। उन्होंने कहा कि वह पूरे प्रदेश में चुनाव प्रचार के लिए निकले हैं। गोरखपुर का चुनाव छठवें चरण में हैं। ऐसे मे यहां अलग-अलग स्तर पर प्रयास करने की जरूरत है। कलाकार व संस्कृतिकर्मी न केवल गोरखपुर बल्कि पूरे प्रदेश के लोगों को भाजपा की प्रचंड बहुमत की सरकार बनाने को प्रेरित करें।

सीएम योगी ने कहा कि बीते पांच सालों में राज्य सरकार को व्यावहारिक रूप से तीन वर्ष ही सेवा का अवसर मिला, दो वर्ष वैश्विक महामारी कोरोना संकट की चुनौती का सामना करने  में बीते गए। पर, सदी की सबसे बड़ी महामारी में उत्तर प्रदेश ने कोरोना के पहले चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में जान के साथ जहान भी बचाया। पहली लहर से लेकर तीसरी लहर तक प्रदेश में जीवन जीविका को भी बचाने का अभियान सफलतापूर्वक चल रहा है। तीसरी लहर का नये वैरिएंट ओमिक्रोन से देश के अन्य कई राज्य और पूरी दुनिया प्रभावित लेकिन यूपी में इसे प्रभावी तरीके से नियंत्रित कर लिया गया। अगले एक सप्ताह में कोरोना के केस ना के बराबर होंगे।

लाखों कलाकारों के लिए नोएडा में बन रही फिल्म सिटी: रविकिशन

वर्चुअल संवाद में मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि सीएम योगी लाखों कलाकारों के लिए नोएडा में फिल्म सिटी का निर्माण कर रहे हैं। यह फिल्म सिटी कलाकारों के जीवन के उत्थान में मील का पत्थर साबित होगी। भोजपुरी, अवधी समेत अन्य भाषाओं में शोध के लिए अब उन्होंने अकादमी खोलने का निर्णय लिया है। इस दौरान उन्होंने अपना नया गाना भी सुनाया, ‘विरोधी बौरायल बाडन, बकत बाडें अंट-शंट। अकल के आन्हर पूछत बाडें कि यूपी में का बा।

बंद बूचड़खाना बा, चालू हर कारखाना बा, रामराज अब लाना बा। यूपी में ई बा। बोला रामचंद्र जी की जय।’इस अवसर पर नगर विधायक डा. राधामोहन दास अग्रवाल ने गोरखपुर में प्रेक्षागृह के आंदोलन में योगी आदित्यनाथ की अगुवाई का उल्लेख करते हुए कहा कि हम सबके के लिए गर्व व खुशी का विषय होना चाहिए कि सीएम बनने पर योगीजी ने यूपी का सबसे विशाल व खूबसूरत प्रेक्षागृह यहां के कलाकारों को दिया है। कहा कि योगीजी के गोरखपुर शहर से चुनाव लडïने से पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश में सकारात्मक असर पड़ने जा रहा है। जहां भी भाजपा प्रत्याशी लड़ रहे हैं, वहां एक ही नाम है-योगी आदित्य नाथ।

वर्चुअल संवाद में भारतेंदु नाट्य अकादमी के अध्यक्ष रविशंकर खरे ने कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए योगी सरकार द्वारा कला संस्कृति के क्षेत्र में किए गए अभूतपूर्व कार्यों की चर्चा की। इस दौरान लोक संस्कृति के संवर्धन के क्षेत्र में कार्य करने वाले वरिष्ठ संस्कृतिकर्मी हरि प्रसाद सिंह, मशहूर भजन गायक नंदू मिश्रा, सुपरिचित रंगकर्मी केसी सेन, मानवेंद्र त्रिपाठी, शास्त्रीय संगीत के सशक्त हस्ताक्षर डा. शरद मणि व लोक गायक राकेश उपाध्याय ने कलाकारों, रंगकर्मियों के लिए सीएम योगी से कला को मिले सम्मान का उल्लेख करते हुए कहा कि कला जगत समर्पित भाव से उनके साथ जुडा हुआ है।

योगीजी ने कलाकारों को बहुत कुछ दिया है, अब उनके लिए कुछ कर गुजरने की बारी कलाकारों की है। गोरखपुर के कलाकार डंका बजाकर सीएम योगी के चुनाव प्रचार में लगे हैं। संचालन लोक गायक एवं उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के सदस्य राकेश श्रीवास्तव व धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ रंगकर्मी श्रीनारायण पांडेय ने किया।

वर्चुअल संवाद के दौरान भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष डा. धर्मेन्द्र सिंह, डा. मिथिलेश तिवारी, वरिष्ठ शायर डा. कलीम कैसर, कवियत्री डा. चारू सिंह, संस्कार भारती के हरिप्रसाद सिंह, अमित अंजन, संगीतकार रानू जानसन, केके सिंह, अश्वनी सिंह, वरिष्ठ रंगकर्मी अशोक महर्षि, डा. मुमताज खान, श्रीनारायण पांडेय, शिवेंद्र पांडेय, अजय शर्मा, त्रिपुरारी मिश्र, डा. सौरभ पांडेय, सुनीशा श्रीवास्तव समेत बड़ी संख्या में कलाकार व संस्कृतिकर्मी शामिल हुए।

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