नैनीताल: कुमाऊं विवि में शिक्षक और कर्मचारियों के 50 प्रतिशत पद रिक्त

नैनीताल: कुमाऊं विवि में शिक्षक और कर्मचारियों के 50 प्रतिशत पद रिक्त

गौरव जोशी, नैनीताल। कुमाऊं विश्वविद्यालय में पिछले 10 वर्षों से सहायक प्राध्यापकों के पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है जो आज तक पूरी नहीं हो सकी। विवि के 50 फीसदी पद खाली हैं। इससे न सिर्फ शिक्षण व्यवस्था प्रभावित हो रही है बल्कि शोध कार्य पर भी असर पड़ रहा है। 

कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर और भीमताल परिसर में सहायक अध्यापक, एसोसिएट प्राध्यापक सुमित प्रोफेसर के 205 पद सृजित हैं, जिसमें से 50% पद अब रिक्त चल रहे हैं। अधिकांश प्रोफेसर सेवानिवृत हो चुके हैं। इसके बावजूद भी इन पदों को आज तक नहीं भरा गया है, 205 पदों के सापेक्ष विश्वविद्यालय में अब 111 स्थाई पदों में शिक्षक व छात्र-छात्राओं को पढ़ाई करवा रहे हैं जबकि 94 पद काफी लंबे समय से रिक्त चल रहे हैं।

रिक्त पदों के सापेक्ष 59 पदों में गेस्ट फैकल्टी छात्र-छात्राओं को अध्ययन कर रही है। लंबे समय से रिक्त चल रहे पदों पर नियुक्ति की जाने को लेकर कुमाऊं विश्वविद्यालय में वर्ष 2013 में विज्ञप्ति जारी हुई थी, जिसके बाद से अब तक इन पदों पर चार बार पॉलिसी बदलने और रोस्टर बदलने के चलते स्थाई भर्ती नहीं हो सकी। 

शिक्षकों के साथ-साथ कर्मचारियों के पद अभी रिक्त 
लंबे समय से शिक्षक और कर्मचारियों के पदों पर रिक्ति के चलते एक बार विश्वविद्यालय में पढ़ाई के कार्यालय के कार्य अन्य कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं, हालांकि कार्य किए जाने को लेकर विश्वविद्यालय में आउटसोर्स से कर्मचारी रखे लेकिन इसके बावजूद भी कई पद देखते चल रहे हैं जिन्हें अब स्थाई पदों से भरने की मांग उठने लगी है। 

नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर रोस्टर समेत अन्य बिदुओं पर पड़ताल की जा रही है। बड़ी संख्या में प्राध्यापकों व कर्मियों के पद रिक्त होने की दशा में जल्द नियुक्तियां की जाएंगी। विवि में बेहतर रिसर्च पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
-प्रो. डीएस रावत, कुलपति विवि