स्पेशल न्यूज
शाहजहां
<% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<% if(node_description!==false) { %> <%= node_description %>
<% } %> <% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
औरंगजेब के शासनकाल के कुछ ऐसे तथ्य जो इतिहास की तह से निकलकर आ रहे सामने, जानिए
Published On
By Amrit Vichar
जब से ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर के मुद्दों पर समाचार पत्रों में लिखा जाने लगा तब से औरंगजेब पर लोगों की रूचि बढ़ रही है। कुछ मेधावी विद्वान औरंगजेब के पक्ष में इतिहास की तह से तथ्य निकाल रहे हैं। एक तर्क औरंगजेब की बर्बरता के बारे में है तो दूसरा औरंगजेब के मज़हबीपन, मितव्ययिता, …
जानें 9 मई का इतिहास,आज के दिन क्या हुआ था खास
Published On
By Amrit Vichar
नई दिल्ली। इतिहास में नौ मई का दिन कई मायने में खास है। मुगल बादशाह शाहजहां द्वारा अपनी बेगम मुमताज महल की याद में बनाया गया मोहब्बत का अजीम शाहकार ताजमहल नौ मई के दिन ही बनकर पूरा हुआ था। इसके अलावा नौ मई का दिन एक दुखद घटना का गवाह भी बना जब 1993 …
छत्रपति शिवाजी महाराज की महानता…
Published On
By Amrit Vichar
शिवाजी महाराज के सामने जब किसी सुंदर स्त्री को प्रस्तुत किया गया तब शिवाजी महाराज के यही शब्द थे की काश ऐसी सुंदर मेरी जननी माता होती तो मैं भी ऐसा सुंदर रूप पाता शब्दों का तात्पर्य वह हर पराई स्त्री को अपनी बहन व माता के समान मानते थे छत्रपति शिवाजी महाराज के समय …
आगरा: 15 मिनट देर से खुली शाहजहां और मुमताज की असली कब्रें, दक्षिणी गेट खोलने की उठी मांग
Published On
By Amrit Vichar
आगरा। संगमरमरी हुस्न की अनूठी स्मारक ताजमहल का निर्माण कराने वाले मुगल बादशाह शाहजहां और उनकी बेगम मुमताज महल की असली कब्रें देखने का मौका रविवार से मिलने जा रहा था। पूरे साल में सिर्फ एक बार तीन दिन के लिये इन कब्रों को जनता के अवलोकनार्थ खोला जाता है। उर्स के दौरान पहले दिन …
दुनिया जिस रास्ते से ताजमहल को देखने जाती है वो नहीं है सही रास्ता, जानें इससे जुड़ा इतिहास…
Published On
By Amrit Vichar
ताजमहल को किस शासक ने कैसे बनवाया और उस समय उसकी कुल लागत कितनी थी? शाहजहां ने ताज महल बनाने के लिए तुर्की के इस्ताम्बुल और बगदाद से कारीगर बुलाये थे। मीनारों के लिए समरकंद से कारीगर आये थे। इसकी कला और शैली तुर्क, फ़ारसी तथा भारतीय-इस्लामी संस्कृति से प्रभावित है। मार्बल, शैली और कला …
टॉप न्यूज
बिजनेस
Stock Market Closed: क्रिसमस से पहले सुस्त रहा शेयर बाजार में कारोबार का रुख, 116 अंक फिसला सेंसेक्स
