शाहजहांपुर: गर्रा नदी में डाली गई इंडियन मेजर कार्प प्रजाति की दो लाख मछलियां

शाहजहांपुर: गर्रा नदी में डाली गई इंडियन मेजर कार्प प्रजाति की दो लाख मछलियां

शाहजहांपुर, अमृत विचार। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत नदियों में मत्स्य संरक्षण एवं पर्यावरण संतुलन बनाने के लिए सरकार ने विशेष पहल शुरू की है। मत्स्य अंगुलिका रीवर रेचिंग कार्यक्रम के तहत गुरुवार को शहर में स्थित गर्रा नदी में इंडियन मेजर कार्प प्रजाति की मछलियों के दो लाख बच्चे डाले गए। कार्यक्रम के …

शाहजहांपुर, अमृत विचार। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत नदियों में मत्स्य संरक्षण एवं पर्यावरण संतुलन बनाने के लिए सरकार ने विशेष पहल शुरू की है। मत्स्य अंगुलिका रीवर रेचिंग कार्यक्रम के तहत गुरुवार को शहर में स्थित गर्रा नदी में इंडियन मेजर कार्प प्रजाति की मछलियों के दो लाख बच्चे डाले गए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ददरौल विधायक मानवेंद्र सिंह ने नदी में मछलियों के बच्चे छोकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उसके बाद मत्स्य विभाग के अफसर व निषाद पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने नदी में मछलियों के बच्चे छोड़े।

मत्स्य विभाग की ओर से यह कार्यक्रम हरदोई-बरेली राजमार्ग पर गर्रा नदी पुल के नीचे आयोजित हुआ। सहायक निदेशक मत्स्य अमरेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया नदियों में मत्स्य संरक्षण एवं पर्यावरण संतुलन बनाने के लिए सरकार ने यह पहल पूरे प्रदेश में शुरू की है, जिसके तहत गुरुवार को जनपद में कार्यक्रम हुआ। इससे मत्स्य संरक्षण एवं पर्यावरण संतुलन तो बनेंगा ही साथ मछली पालन को लेकर नदियों की होने वाली निलामी से सरकार का राजस्व बढ़ेगा।

सहायक निदेशक मत्स्य ने बताया कि यह मछलियों के बच्चों को पड़ोसी जनपद हरदोई से टेंडर प्रक्रिया के तहत मंगाई गई है। प्रत्येक मछली बच्चे की कीमत दो रुपये है। नदी में दो लाख मछलियों के बच्चे डाले गए है, ऐसे में इसका कुल बजट चार लाख रुपये है। बताया कि इंडियन मेजर कार्प प्रजाति की मछली अच्छी मछलियों में एक है।

इधर, कार्यक्रम के दौरान मौजूद लोगों को मत्स्य अंगुलिका रीवर रेचिंग के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। साथ ही विभाग की विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया गया। कार्यक्रम के दौरान निषाद पार्टी के जिलाध्यक्ष नीरज कश्यप, रामबाबू कश्यप के अलावा विभागीय कर्मचारी प्रदीप कुमार शुक्ला, मत्स्य निरीक्षक संजीव कुमार, सजीव वर्मा आदि लोग मौजूद रहे।

यह भी पढ़ें- शाहजहांपुर: जिले में 20% तक वृद्धि, खेती की जमीन 15% तक हुई महंगी