मिशन स्कूल ऑफ एक्सीलेंस का शुभारंभ, क्लासरुम में स्टूडेंट बने मोदी, कहा- गुजरात एजुकेशन मॉडल सबके लिए आदर्श

मिशन स्कूल ऑफ एक्सीलेंस का शुभारंभ, क्लासरुम में स्टूडेंट बने मोदी, कहा- गुजरात एजुकेशन मॉडल सबके लिए आदर्श

गांधीनगर (गुजरात)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को (अडालज) गुजरात में 10,000 करोड़ रूपए के बजट वाले मिशन स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की शुरुआत की। इसके तहत नई कक्षाओं, स्मार्ट क्लासरूम, कंप्यूटर लैब की स्थापना आदि कार्य किए जाएंगे। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, दो दशकों में गुजरात में सवा लाख से अधिक क्लासरूम बने…दो …

गांधीनगर (गुजरात)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को (अडालज) गुजरात में 10,000 करोड़ रूपए के बजट वाले मिशन स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की शुरुआत की। इसके तहत नई कक्षाओं, स्मार्ट क्लासरूम, कंप्यूटर लैब की स्थापना आदि कार्य किए जाएंगे। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, दो दशकों में गुजरात में सवा लाख से अधिक क्लासरूम बने…दो लाख से ज़्यादा शिक्षक भर्ती किए गए हैं।इस दौरान पीएम मोदी स्कूल में बच्चों संग क्लासरूम में बैठे दिखे। गांधीनगर के अडालज में मिशन स्कूल ऑफ एक्सीलेंस का शुभारंभ करने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शिक्षकों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। पीएम मोदी ने कहा कि आज गुजरात अमृत काल की अमृत पीढ़ी के निर्माण की तरफ बहुत बड़ा कदम उठा रहा है।विकसित भारत के लिए, विकसित गुजरात के निर्माण की तरफ ये एक मील का पत्थर सिद्ध होने वाला है। मिशन स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के शुभारंभ पर मैं सभी गुजरात वासियों को, सभी अध्यापकों और सभी युवा साथियों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, शुभकामनाएं देता हूं। हमने इंटरनेट की First G से लेकर 4G तक की सेवाओं का उपयोग किया है। उन्होंने कहा कि गुजरात का एजुकेशन मॉडल सबके लिए आदर्श है।

पीएम मोदी ने कहा कि अब देश में 5G बड़ा बदलाव लाने वाला है। आज 5G, स्मार्ट सुविधाएं, स्मार्ट क्लासरूम, स्मार्ट टीचिंग से आगे बढ़कर हमारी शिक्षा व्यवस्था को Next Level पर ले जाएगा। अब वर्चुअल रिएलिटी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स की ताकत को भी स्कूलों में अनुभव किया जा सकेगा। दो दशकों में गुजरात के लोगों ने अपने राज्य शिक्षा का कायाकल्प करके दिखा दिया है। इन दो दशकों में गुजरात में सवा लाख से अधिक नए क्लारूम बने, दो लाख से ज्यादा शिक्षक भर्ती किए गए हैं। गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए मैंने गांव-गांव जाकर खुद, सभी लोगों से अपनी बेटियों को स्कूल भेजने का आग्रह किया था। परिणाम ये हुआ है कि आज गुजरात में करीब-करीब हर बेटा-बेटी स्कूल पहुंचने लगा है, स्कूल के बाद कॉलेज जाने लगा है।

पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात में शिक्षा के क्षेत्र में, हमेशा ही कुछ नया, कुछ Unique और बड़े प्रयोग किए गए हैं। गुजरात में पहली बार टीचर ट्रेनिंग यूनिवर्सिटी, इंस्टीट्यूट ऑफ टीचर्स एजुकेशन की स्थापना हमने की थी। केंद्र सरकार ने पूरे देश में साढ़े 14 हजार से अधिक ‘पीएम श्री’ स्कूल बनाने का फैसला किया है। ये स्कूल पूरे देश में नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के लिए मॉडल स्कूल होंगे।

पीएम मोदी ने कहा कि  बीते 2 दशकों में गुजरात में शिक्षा के क्षेत्र में जो परिवर्तन आया है वो अभूतपूर्व है। 20 साल पहले गुजरात में 100 में से 20 बच्चे स्कूल ही नहीं जाते थे और जो बच्चे जाते थे उनमें से कई बच्चे 8वीं तक पहुंचते-पहुंचते स्कूल ही छोड़ देते थे बेटियों की स्थिति तो और खराब थी। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति गुलामी की मानसिकता से देश को बाहर निकालकर टैलेंट को, इनोवेशन को निखारने का प्रयास है। भारतीय भाषाओं में भी साइंस की, टेक्नोलॉजी की, मेडिकल की पढ़ाई का विकल्प अब विद्यार्थियों को मिलना शुरू हो गया है। गुजराती सहित अनेक भारतीय भाषाओं में पाठ्यक्रम बनाने के लिए प्रयास चल रहे हैं।

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