इंडियन आइडल में अयोध्या के ऋषि सिंह के पहले गाने पर झूम उठे नेहा, विशाल व हिमेश रेशमिया

अयोध्या। शहर के खवासपुरा गुरुद्वारा गली के ऋषि सिंह की आवाज अब पूरी दुनिया सुनने वाली है। 19 वर्षीय ऋषि ने सोनी इंटरटेनमेंट चैनल पर प्रसारित होने वाले इंडियन आइडल-13 के सीजन के टॉप 15 में जगह बना ली है। हालांकि शो 10 सितंबर से ऑन एयर होगा, लेकिन प्रोग्राम की रिकॉर्डिंग हो चुकी है। …

अयोध्या। शहर के खवासपुरा गुरुद्वारा गली के ऋषि सिंह की आवाज अब पूरी दुनिया सुनने वाली है। 19 वर्षीय ऋषि ने सोनी इंटरटेनमेंट चैनल पर प्रसारित होने वाले इंडियन आइडल-13 के सीजन के टॉप 15 में जगह बना ली है। हालांकि शो 10 सितंबर से ऑन एयर होगा, लेकिन प्रोग्राम की रिकॉर्डिंग हो चुकी है। टॉप-15 प्रतिभागियों में पहुंचे ऋषि ने पहला-पहला प्यार… गाना गाया तो मंच पर बैठे बॉलीवुड के टॉप म्यूजिशियन व सुर सम्राट विशाल ददलानी, हिमेश रेशमिया व नेहा कक्कड़ झूम उठे।

ऋषि ने जैसे ही बताया कि वह अयोध्या का रहने वाला है तीनों जज कुर्सी से उठ खड़े हुए और हाथ जोड़कर बोले-जय श्रीराम। नेहा कक्कड़ ने तो यहां तक कह दिया कि मेरी बहुत ख्वाहिश है कि अयोध्या घूमकर आऊं। वीडियो वायरल होते ही जनपदवासियों में भी हर्ष का माहौल है। विकास भवन में वरिष्ठ सहायक के पद पर तैनात राजेंद्र सिंह ने बताया कि उनका बेटा ऋषि जब पांच वर्ष का था तभी से ही उसकी रुचि गीत-संगीत में हो गई थी।

आर्ट ऑफ लीविंग से जुड़े होने की वजह से ऋषि का बचपन से भजनों से प्रति गहरा लगाव था। घर के सामने गुरुद्वारे में होने वाले सत्संग व शबद कीर्तन में ऋषि अपनी आवाज से सबका मन जीत लेता था। पढ़ाई की अपेक्षा संगीत में ऋषि की रुचि बढ़ती गई। कैंब्रियन से 12वीं करने के बाद बाद उसका लगाव और बढ़ गया। राजेंद्र सिंह ने बताया कि ऋषि अभी देहरादून में तीन वर्षीय एयरपोर्ट मैनेजमेंट का कोर्स कर रहा है। अभी उसका सेकेंड ईयर है। ऋषि के सेलेक्शन के बाद से परिवारीजनों व आस-पास के लोगों का बधाइयों का फोन आ रहा है। राजेंद्र ने कहा कि हमारे परिवार में दूर-दूर तक गीत-संगीत से किसी का नाता नहीं रहा, लेकिन आज अपने बेटे पर गर्व महसूस कर रहा हूं।

सत्यप्रकाश से सीखा है क्लासिकल संगीत
पिता राजेंद्र सिंह बताते हैं कि ऋषि ने इससे पहले भी छोटे पर्दे के प्रसारित होने वाले कार्यक्रम इंडियन आइडल में 2019 में जाने का प्रयास किया था, लेकिन वह सिर्फ टॉप-13 में ही जगह बना पाए थे। उस दौरान संगीतकार अन्नू मलिक व अन्य जज की तरफ से गोल्डन कार्ड दिया गया था। इस बार राष्ट्रीय स्तर का पहला ऑडिशन दिल्ली में हुआ, जिसमें देश भर के लगभग 9 हजार प्रतिभागी शामिल रहे। दूसरा और तीसरा ऑडिशन मुंबई में हुआ, जिसके बाद उनका चयन हो गया। ऋषि ने इंडियन आइडल में जाने से पहले तीन साल तक नाका में सत्यप्रकाश से क्लासिक भी सीखा था।

2009 में सारेगामापा में पहुंची थीं अयोध्या की नैना सक्सेना
इससे पहले 2009 में जीटी टीवी पर प्रसारित हुए सारेगामापा में अयोध्या की नैना सक्सेना ने जनपदवासियों को गर्व महसूस कराया था। हालांकि कार्यक्रम में अधिक दिनों तक उनका सफर नहीं रहा, लेकिन जब तक प्रोग्राम में नैना बनी रहीं अपनी आवाज का जादू बिखेरती रहीं। अयोध्यावासियों का कहना है कि ऋषि ने अयोध्या का नाम बढ़ाया है। हम सभी को उस पर गर्व है।

यह भी पढ़ें:-Indian Idol 13 Promo: रियलिटी शो इंडियन आइडल सीजन 13 का प्रोमो हुआ रिलीज, यूजर्स कर रहे ट्रोल, जानें वजह