पीएफआई पर बैन के बाद कानपुर पुलिस सतर्क, जुमे को लेकर संवेदनशील इलाकों में की गश्त

कानपुर, अमृत विचार। पीएफआई पर बैन के बाद पड़े पहले जुमे को लेकर कानपुर पुलिस सतर्क रही। नमाज से पहले पैरा मिलेक्ट्री फोर्स के साथ संवेदनशील इलाकों में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने पैदल गश्त किया। मस्जिदों के आस-पास जमीन से लेकर आसमान तक ड्रोन से निगरानी की गई। वहीं, खुफिया एजेंसियों और एलआईयू पल-पल की …

कानपुर, अमृत विचार। पीएफआई पर बैन के बाद पड़े पहले जुमे को लेकर कानपुर पुलिस सतर्क रही। नमाज से पहले पैरा मिलेक्ट्री फोर्स के साथ संवेदनशील इलाकों में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने पैदल गश्त किया। मस्जिदों के आस-पास जमीन से लेकर आसमान तक ड्रोन से निगरानी की गई। वहीं, खुफिया एजेंसियों और एलआईयू पल-पल की जानकारी लेती रही। इन सबके बीच शांती से नमाज हुई।

देश में बीते दिनों पीएफआई पर बैन लगा दिया गया है। कानपुर में पीएफआई से जुड़े सदस्य सक्रिय हैं। शहर में संवेदनशील इलाकों में शांति-व्यवस्था बनाए रखना चुनौती है। जिसको देखते हुए पुलिस आयुक्त बीपी जोगदंड और संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी सभी डीसीपी, एडीसीपी और एसीपी पैरा मिलिक्ट्री फोर्स के साथ सड़क पर उतरे।

तीन जून को हुए उपद्रव वाले क्षेत्र नई सड़क के साथ-साथ मूलंगज, चमनगंज, यतीमखाना समेत कई संवेदनशील इलाकों में पुलिस ने पैदल गश्त की। नमाज से पहले और बाद तक इन इलाकों में ड्रोन कैमरे की मदद से हर आने-जाने वाले पर नजर रखी गई। पुलिस की चौकसी की वजह से शांति पूर्वक नमाज हुई।

संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि मस्जिदों के इमाम, उलेमा, शहरकाजी और धर्मगुरुओं से हम लगातार संपर्क में हैं। सिविल ड्रेस में हमारे पुलिस अधिकारी हर मूवमेंट पर नजर रख रहे हैं। संवेदनशील इलाकों की ग्राउंड रिपोर्ट हम तक पहुंच रही है। ड्रोन कैमरों से 24 घंटे नजर रखी जा रही है। शहर की शांति व्यवस्था को किसी भी कीमत पर बिगड़ने नहीं दिया जाएगा।

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