भारतीय मूल की नैरीता चक्रवर्ती इंग्लैंड में बनीं कमिश्नर

भारतीय मूल की नैरीता चक्रवर्ती इंग्लैंड में बनीं कमिश्नर

लंदन। भारतीय मूल की वास्तुकार और डिजाइन एडवोकेट नैरीता चक्रवर्ती को हिस्टोरिक इंग्लैंड संस्था के कमिश्नर के रूप में नियुक्त किया गया है। ये संस्था इंग्लैंड में पर्यावरण और इतिहास की विरासत को संभालने का काम करती है। नैरीता चक्रवर्ती दिल्ली में पले-बढ़ी। इसके बाद वे स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर में अध्ययन करने के …

लंदन। भारतीय मूल की वास्तुकार और डिजाइन एडवोकेट नैरीता चक्रवर्ती को हिस्टोरिक इंग्लैंड संस्था के कमिश्नर के रूप में नियुक्त किया गया है। ये संस्था इंग्लैंड में पर्यावरण और इतिहास की विरासत को संभालने का काम करती है। नैरीता चक्रवर्ती दिल्ली में पले-बढ़ी। इसके बाद वे स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर में अध्ययन करने के लिए यूके चली गई थीं। उनके पास हैरिटेज, टाउनस्केप और डिजाइनिंग के क्षेत्र में काम करने का 16 से अधिक वर्षों का अनुभव है।

चक्रवर्ती पहले से ही हिस्टोरिक इंग्लैंड एडवाइजरी कमेटी की सदस्य हैं। इस कमिश्नर के नए पद पर वे चार साल के लिए नियुक्त की गई हैं। उनका ये कार्यकाल एक जुलाई 2022 से जून 2026 तक होगा। डिजाइन अधिवक्ता नैरीता चक्रवर्ती के पास बड़े पैमाने पर आवास और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को वितरित करते हुए ऐतिहासिक इमारतों के निरंतर उपयोग को सुनिश्चित करने का अनुभव है। लंदन में कुछ प्रतिष्ठित परियोजनाओं जैसे एलेक्जेंड्रा पैलेस, टोटेनहम हाई रोड, होलबोर्न टाउन हॉल के साथ-साथ मिडिल्सब्रा के ऐतिहासिक डॉकयार्ड पर भी उन्होंने काम किया है।

हिस्टोरिक इंग्लैंड के कमिश्नर के रूप में नियुक्त होने के बाद चक्रवर्ती ने कहा कि वे अपने सहयोगियों के साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि उनके सहयोगियों ने पूरे करियर में उन्हें बेहतर काम के लिए प्रेरित और सही सलाह दी है। हम अत्यधिक चुनौतियों के समय में जी रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये संस्था हमारी सांस्कृतिक पहचान को भी बढ़ाती है और कार्बन तटस्थ समाज में योगदान देती है।

ये भी पढ़ें : भारतीय-अमेरिकी गीता राव ने कहा- वैश्विक महामारी, जलवायु संकट और निरंकुशता बढ़ने से लैंगिक असमानता में हुई बढ़ोतरी