नेहरू की मूर्खता ने तिब्बत और ताइवान को किया चीन के हवाले, सुब्रमण्यम ने वाजपेयी को भी घसीटा
नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्रियों, जवाहर लाल नेहरू और अटल बिहारी वाजपेयी की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि इनकी ‘मूर्खता’ के कारण भारतीयों ने इस बात को स्वीकार किया कि तिब्बत और ताइवान चीन का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि …
नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्रियों, जवाहर लाल नेहरू और अटल बिहारी वाजपेयी की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि इनकी ‘मूर्खता’ के कारण भारतीयों ने इस बात को स्वीकार किया कि तिब्बत और ताइवान चीन का हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि अब चीन परस्पर सहमत वास्तविक नियंत्रण रेखा का सम्मान भी नहीं करता और लद्दाख के कुछ हिस्सों पर कब्जा कर लिया है। सुब्रमण्यम स्वामी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला तेज करते हुए कहा कि जहां चीन ने लद्दाख के कुछ हिस्सों को हड़प लिया है, वहीं मोदी का यह कहना है कि कोई आया ही नहीं। उनका बयान स्तब्ध करने वाला है।
सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर कहा, हम भारतीयों ने नेहरू और एबीवी (अटल बिहारी वाजपेयी) की मूर्खता के कारण तिब्बत और ताइवान को चीन के हिस्से के रूप में स्वीकार किया। लेकिन अब चीन परस्पर सहमत एलएसी का भी सम्मान नहीं करता है और लद्दाख के कुछ हिस्सों पर कब्जा कर लेता है। वहीं, मोदी कोई आया नहीं कहकर स्तब्ध करते हैं। चीन को पता होना चाहिए कि हमारे पास फैसला करने के लिए चुनाव हैं। चीन द्वारा बार-बार ‘चेतावनी’ देने के बावजूद अमेरिकी हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बीच स्वामी का यह बयान आया है।
We Indians conceded that Tibet and Taiwan as part of China due the foolishness of Nehru and ABV. But now China does even honour the mutually agreed LAC and grabbed parts of Ladakh while Modi is in stupor stating "koi aaya nahin". China should know we have elections to decide .
— Subramanian Swamy (@Swamy39) August 3, 2022
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