बरेली: उत्तर पुस्तिका जांचे बगैर ही बांट दिया परीक्षाफल, मार्च में हुई थी वार्षिक परीक्षा

बरेली: उत्तर पुस्तिका जांचे बगैर ही बांट दिया परीक्षाफल, मार्च में हुई थी वार्षिक परीक्षा

बरेली, अमृत विचार। प्रदेश के सबसे उत्कृष्ट स्कूल का श्रेय पाने वाले जसौली स्थित मॉडल स्कूल में लापरवाही का सिलसिला लगातार जारी है। स्कूल में स्थापित शिक्षण सुविधाएं निरंतर कबाड़ में तब्दील होती जा रही हैं। अब स्कूल का एक और नया मामला उजागर हुआ है। यह भी पढ़ें- बरेली: मंत्री के दौरे की सूचना …

बरेली, अमृत विचार। प्रदेश के सबसे उत्कृष्ट स्कूल का श्रेय पाने वाले जसौली स्थित मॉडल स्कूल में लापरवाही का सिलसिला लगातार जारी है। स्कूल में स्थापित शिक्षण सुविधाएं निरंतर कबाड़ में तब्दील होती जा रही हैं। अब स्कूल का एक और नया मामला उजागर हुआ है।

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सोशल मीडिया पर स्कूल की तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं। जिसमें यह साफ दिख रहा है कि पिछले सत्र में आयोजित बच्चों की परीक्षा की कापियों का मूल्यांकन ही नहीं किया गया है। एक बोरी में कॉपियों को भर कर कबाड़ के तौर पर किसी कमरे में फेंक दिया गया है। हालांकि इस कथित वीडियो की अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। इस मामले में विभागीय अधिकारी जांच कर कड़ी कार्रवाई की बात कर रहे हैं।

कॉपियों की जांच नहीं और कर दिया पास
बीते 2021 शिक्षण सत्र की वार्षिक परीक्षाएं 2022 मार्च में आयोजित की गई थीं। उन्हीं दिनों सभी जसौली स्थित मॉडल स्कूल में भी परीक्षाएं कराई गईं। तब यहां पहली से कक्षा 8 वीं तक के करीब 1839 बच्चों ने लिखित परीक्षा में भाग लिया था। लेकिन अभिभावकों का कहना है कि परीक्षा के बाद बच्चों के रिजल्ट कार्ड भी वितरित नहीं किए गए।

बल्कि सूत्रों का तो यह भी कहना है कि वर्तमान में करीब 1300 छात्र संख्या स्कूल की है। जबकि इसे पूर्व यह संख्या 1839 थी। जो बच्चे यहां से निकल कर दूसरे स्कूलों में चले गए उन्हें भी परीक्षाफल नही दिया गया। उधर, वायरल वीडियो के मुताबिक एक कबाड़नुमा कमरे में एक बोरी में विभिन्न कक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाएं रखी गई साफ-साफ देखने को मिल रही है। यहां अंदाजा लगाना मुश्किल है कि कॉपियां की संख्या कितनी होंगी । साथ ही बोरी के आसपास और पूरे कमरे में कॉपियां बिखरी हुई दिख रही है।

जानकारी में नही कि उत्तर पुस्तिकाएं जांची गईं या नहीं
स्कूल की प्रधानाध्यापक पूनम गंगवार का कहना है कि उन्हें पता ही नही कि उत्तर पुस्तिकाएं जांची गईं या नहीं। अगर नहीं जांची गई तो यह संबंधित जिम्मेदार शिक्षक की चूक है न की उनकी ।

लापरवाही पाए जाने पर होगी कड़ी कार्रवाई
स्कूल में बीते सत्र में वार्षिक परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन नहीं किया जाना बहुत बड़ी लापरवाही है। इस दिशा में जानकारी जुटा कर संबंधित के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगीएमएल वर्मा, नगर शिक्षा अधिकारी

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