अयोध्या: चुनाव के फेर में लगा विकास कार्यों पर ब्रेक, अधिकारी और प्रधान मस्त…

अयोध्या: चुनाव के फेर में लगा विकास कार्यों पर ब्रेक, अधिकारी और प्रधान मस्त…

अयोध्या। विधानसभा चुनाव और कोरोना के चलते जिले में चल रहे विकास कार्यों पर ब्रेक लग गया है। जिला मुख्यालय पर तैनात अफसरों ने विकास संबंधी कार्यों से अपने हाथ समेट लिए हैं। अधिकतर अधिकारी तो अपने कार्यालय में ही नहीं बैठ रहे हैं। कलेक्ट्रेट और विकास भवन में नहीं दिखाई दिए अफसर गुरुवार को …

अयोध्या। विधानसभा चुनाव और कोरोना के चलते जिले में चल रहे विकास कार्यों पर ब्रेक लग गया है। जिला मुख्यालय पर तैनात अफसरों ने विकास संबंधी कार्यों से अपने हाथ समेट लिए हैं। अधिकतर अधिकारी तो अपने कार्यालय में ही नहीं बैठ रहे हैं।

कलेक्ट्रेट और विकास भवन में नहीं दिखाई दिए अफसर

गुरुवार को कलेक्ट्रेट और विकास भवन के अधिकतर दफ्तरों में विभागाध्यक्ष दिखाई नहीं दिए। मोबाइल से संपर्क करने पर कई ने यह बताया कि उन्हें चुनाव तैयारी की जिम्मेदारी दी गई है जबकि कई तो खुद को जुकाम बुखार से पीड़ित बता कर पल्ला झाड़ लिए।

अपने नेताओं का वोट मजबूत कर रहे प्रधान

विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के बाद से ही जिले में कोरोना का प्रकोप भी तेजी के साथ बढ़ा है। ऐसे में रूटीन के काम तो प्रभावित हैं। साथ ही पहले से चल रहे विकास कार्य भी लगभग ठप पड़ गए हैं। खासकर पंचायतों में सड़कों और नालियों के साथ शौचालयों के जो निर्माण कार्य चल रहे थे, वे प्रधान और सेक्रेटरी की चुनावी व्यस्तता के भेंट चढ़ गए हैं। अधिकतर प्रधान अपने-अपने नेताओं के लिए गांव में वोट मजबूत करने के लिए जुटे हैं, ऐसे में कामकाज ठंडा पड़ गया है।

नोडल अफसरान भी चुनाव की आड़ में बैठे हैं चुपचाप

विकास कार्यों की निगरानी के लिए तैनात किए गए नोडल अफसरान भी चुनाव की आड़ में चुपचाप बैठे हैं। वहीं कोरोना के बढ़ते केसों ने भी इस संकट में इजाफा किया है। अभी हाल ही में जिला अधिकारी की ओर से कोटे की दुकानों के पर्यवेक्षण के आदेश दिए गए थे। सूत्रों की मानें तो दिसम्बर के अंत तक तो दुकानों का पर्यवेक्षण हुआ उसके बाद से अब तक पर्यवेक्षण का काम शून्य पर अटका है।

जिला पूर्ति विभाग की ओर से इसीलिए रिपोर्ट नहीं दाखिल की जा रही है। नगर निगम और नगर पंचायतों की ओर से कराए जा रहे कार्यों पर भी फिलहाल ग्रहण लगा हुआ है। नगर निगम क्षेत्र में वार्डों में गलियों के सुधार का काम जहां का तहां रुका पड़ा है वहीं सीवर लाइन बिछाने का काम भी धीमी गति से हो रहा है। जहां हो भी रहा है वहां से विवाद और आरोप सामने आ रहे हैं।

राठहवेली में सीवर लाइन के लिए गलत ढंग से गड्ढा खोदे जाने की शिकायत डीएम तक से हुई उसके बाद काम रोक दिया गया। चुनाव और कोरोना के कारण जिला स्तरीय आफिसों में शिकायतों की सुनवाई भी मध्यम पड़ गई है। हालांकि जिला अधिकारी लगातार निरीक्षण और निर्देश जारी कर रहे हैं लेकिन अधीनस्थ अधिकारी और जिम्मेदार फिलहाल अपने में मगन हैं।

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