हल्द्वानी: फिर से उपनल कर्मियों का संघर्ष शुरू, नहीं मिल रहीं सुविधाएं

हल्द्वानी, अमृत विचार। उपनल कर्मचारियों ने कोरोना काल में सुविधाएं नहीं दिए जाने के विरोध में फिर से धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल में कार्यरत कर्मचारियों के मुताबिक कोरोना पॉजिटिव आ रहे कर्मचारियों को दो गज दूरी का पालन कर घर में रहने के लिए कहा जा रहा है। जबकि …

हल्द्वानी, अमृत विचार। उपनल कर्मचारियों ने कोरोना काल में सुविधाएं नहीं दिए जाने के विरोध में फिर से धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल में कार्यरत कर्मचारियों के मुताबिक कोरोना पॉजिटिव आ रहे कर्मचारियों को दो गज दूरी का पालन कर घर में रहने के लिए कहा जा रहा है। जबकि पूर्व में भी कर्मचारियों ने प्रशासन व शासन के पर्याप्त आश्वासन पर ही धरना स्थगित किया था, लेकिन कर्मचारियों की मांगों के मुताबिक अभी तक सुविधाएं मुहैया नहीं हो सकी है। हालांकि सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा तत्काल कर्मचारियों के रहने के लिए होटलों व अन्य व्यवस्थाएं करवाएं जाने के बाद कर्मचारी काम पर दोबारा लौट आए।

बदतर हो जाएंगे अस्पताल के हालात

उपनल के जरिए अस्पताल व राजकीय मेडिकल कॉलेज में कुल लगभग 750 कर्मचारी स्वास्थ्य सेवाओं में लगे है। लैब डिपार्टमेंट, सेंपलिंग, आईसीयू, स्टॉफ नर्स, सफाई व्यवस्था सहित अनेक अति आवश्यक सेवाओं की जिम्मेदारी संभाल रहे है। इनमें से 250 से ज्यादा महिला कर्मचारी और शेष पुरुष कर्मचारी है। वर्तमान में इनक वजह से उक्त सभी व्यवस्थाए सुचारू रूप से चल रही है। फिलहाल अस्पताल में कुल 450 से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीजों का उपचार किया जा रहा है। इसके अलावा 150 से ज्यादा गंभीर रूप से बीमारी मरीजों को भी देखा जा रहा है। स्थिति यह है की यहां लगातार मरीजों के आने का सिलसिला लगा हुआ है। मरीजों की बढ़ती तादाद को देखते हुए कैजुअल्टी वार्ड में लोगों को भर्ती कर उपचार किया जा रहा है।

15 से ज्यादा कर्मचारी संक्रमित फिर भी बेपरावाही

कार्यरत कर्मचारियों में अभी तक 15 से ज्यादा कर्मचारी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं, लेकिन दावों के मुताबिक कर्मचारियों को घर जाने के बजाए रहने के लिए कोई सुव्यवस्थित व्यवस्था नहीं कराई गई है। कर्मचारियों में संक्रमण की पुष्टि होने पर दो गज दूरी की सलाह देकर घर में रहने की सलाह दे दी जा रही है। उपनल के नीरज हेडिया का कहना है शासन व प्रशासन के अधिकारियों के आश्वासन पर ही इससे पूर्व 26 दिनों तक चले धरने को स्थगित किया गया था, लेकिन इस ओर अभी तक गंभीरता से कोई ध्यान नहीं दिया गया है।

सिटी मजिस्ट्रेट ने दिखाई तत्परता

कर्मचारियों के स्वास्थ्य सुरक्षा को देखते हुए अस्पताल पहुंची सिटी मजिस्ट्रेट ऋृचा सिंह ने तत्काल शहर स्थित पांच होटलों में कर्मचारियों के रहने व भोजन की व्यवस्था करवा दी है, जबकि उपनल कर्मचारियों व अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुचारू रखने के लिए यह व्यवस्थाएं मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीपी भैंसोड़ा द्वारा कराया जाना था। प्राचार्य का कर्मचारियों के प्रति ऐसा उदासीन रवैया देख कर्मचारी में कॉफी रोष है।