बाराबंकी: योग्य उम्मीदवार बाहर, नाबालिग का हो गया चयन...पंचायत सहायक की भर्ती में भ्रष्टाचार का आरोप

बाराबंकी, अमृत विचार। विकास खंड सिद्धौर की ग्राम पंचायत कोठी में पंचायत सहायक पद की भर्ती में महिला सचिव पर गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप यह है कि ग्राम पंचायत सचिव ने घूस न मिलने पर एक नाबालिग लड़की का चयन कर मेरिट में प्रथम स्थान पर रही उम्मीदवार को बाहर कर दिया। कोर्ट में की गई शिकायत के बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत कोठी की रहने वाली प्रियंका चौहान ने 17 जून 2024 को पंचायत सहायक पद के लिए आवेदन किया और मेरिट में प्रथम स्थान पर थीं, लेकिन ग्राम पंचायत सचिव सुषमा अवस्थी ने कथित तौर पर घूस की मांग की और न देने पर नियमों की अनदेखी करते हुए 17 साल की नाबालिग श्रेष्टी गुप्ता को चयनित कर लिया। जांच में यह पुष्टि हुई कि चयनित उम्मीदवार उम्र की न्यूनतम शर्तें पूरी नहीं करती थीं। प्रियंका चौहान के पति श्रवण कुमार ने इस घोटाले की शिकायत 12 जुलाई 2024 को डीपीआरओ और खंड विकास अधिकारी से की। जांच में घोटाले की पुष्टि हुई और सुषमा अवस्थी की संलिप्तता पाई गई। बावजूद इसके, अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। शिकायत के बाद 12 जुलाई 2024 को प्रियंका चौहान को जान से मारने की धमकी दी गई।
आरोप है कि सुषमा अवस्थी ने दो अन्य लोगों के साथ मिलकर उन्हें शिकायत वापस लेने का दबाव डाला और न मानने पर झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी दी। इस मामले में थाना कोठी में शिकायत दर्ज कराई गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मजबूर होकर प्रियंका चौहान ने 16 जनवरी को पुलिस अधीक्षक को रजिस्टर्ड डाक के जरिए शिकायत भेजी। न्याय न मिलने पर उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के आदेश पर पंचायत सचिव सुषमा अवस्थी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
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