बदायूं जिला महिला अस्पताल में प्रसूताओं की सेहत से खिलवाड़, अंडा-फल और दूध गायब

बदायूं जिला महिला अस्पताल में प्रसूताओं की सेहत से खिलवाड़, अंडा-फल और दूध गायब

बदायूं, अमृत विचार। जिला महिला अस्पताल में प्रसूताओं की सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उनकी थाली से अंडा, फल और दूध गायब हो गया है। असल में दूध ने नाम पर सफेद पानी दिया जा रहा है। मजबूरी में प्रसूताओं को बाहर से दूध मंगाना पड़ता है।

शासन के निर्देश हैं कि जिला महिला अस्पतालों में जो महिलाएं प्रसव कराने आती हैं उनके स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखा जाए। लेकिन जिला महिला अस्पताल में मनमाने ढंग से काम किया जा रहा है। यहां प्रसव कराने के बाद प्रसूता को वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाता है। नाश्ते में दूध के नाम पर सफेद पानी दिया जाता है। दूध के साथ कोई पौष्टिक तत्व प्रसूता को नहीं दिया जाता है। ठीक से भोजन न मिलने पर जच्चा बच्चा की सेहत पर प्रभाव पड़ता है।

अस्पताल में बुधवार को कई महिलाओं ने बताया कि सुबह को जो दूध दिया जाता है उसमें दूध कम पानी अधिक होता है। दूध के साथ ब्रेड या बिस्कुट भी नहीं दिया जाता है। खाने में दाल रोटी और घटिया क्वालिटी के चावल दिए जाते हैं। प्रसव के बाद पूरी तरह स्वस्थ होने में करीब एक माह का समय लग जाता है। कई प्रसूताओं ने बताया कि वह अपने घर से दूध लाकर पीती हैं। चाय भी बाहर से मंगाते हैं।

प्रसूताओं ने बयां किया दर्द

मैं दो दिन से भर्ती हूं। सुबह को पानी मिला दूध दिया जाता है। उसके साथ बिस्कुट और ब्रेड कुछ नहीं मिलता है। इस वजह से भूख मिट नहीं पाती और शिशु को भी परेशानी होती है। कई बाहर बाहर से दूध मंगना पड़ा है- शकुंतला, खुनक

खाने में दाल रोटी और चावल दिए जाते हैं। सुबह को दूध दिया जाता है। इसके साथ ब्रेड या अन्य कोई चीज नहीं दी जाती है। पेट नहीं भरता है तो शिशु को भी दिक्कत होती है। मेन्यू से हिसाब से भोजन दिया जाना चाहिए- प्रभा, बिलहत कुढ़रा

यहां खाने के नाम पर दाल रोटी और दूध के नाम पर सफेद पानी मिलता है। दोपहर एक बजे ही मिलता है तब तक भूखे रहना पड़ता है। कई बार तो खुद ही कुछ मंगाना पड़ता है। फल अंडा तो मिलता ही नहीं है- गुड्डो, गुराई बदरपुर

सरकारी अस्पतालों में नाम के लिए खाना और दूध दिया जाता है। सब कुछ बेकार होता है। अब गांव से लाने में दिक्कत होती है इसलिए यहां से लेना पड़ता है। उससे पेट नहीं भरता है। कोई सुनने वाला भी नहीं है- शब्बो, भवानीपुर

जिला महिला अस्पताल में मेन्यू के हिसाब से दूध, चाय और खाना दिया जाता है। प्रसूताओं को अपने घर जैसा खाना यहां पर नहीं दिया जाता है। उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रख कर ही पौष्टिक भोजन दिया जाता है। जिससे किसी को परेशानी न हो- डॉ. इंदु कांत वर्मा, सीएमएस

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