कानपुर DM जितेंद्र प्रताप सिंह ने जिला पूर्ति कार्यालय व टीबी अस्पताल का औचक निरीक्षण किया: इंचार्ज सुबोध प्रकाश समेत इतने डॉक्टर मिले अनुपस्थित
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कानपुर, अमृत विचार। टीबी और जिलापूर्ति कार्यालय खुलते ही जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने औचक निरीक्षण किया तो विभाग की हकीकत सामने आई। कार्यालय में झाड़ू तक नहीं लगी और चारों तरफ गंदगी थी। मेज-कुर्सियां बेतरतीब, बिजली के तारों का जाल और पर्याप्त रोशनी न होने से कार्यालय में अंधेरा था। अधिकारी और कर्मचारी गैरहाजिर मिले। जिलाधिकारी ने कड़े लहजे में निर्देश दिए कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। गैरहाजिर कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए।
जिलाधिकारी गुरुवार सुबह 10.30 बजे जिला क्षय रोग नियंत्रण केंद्र (टीबी अस्पताल) पहुंचे। औचक निरीक्षण के समय जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ. सुबोध प्रकाश गैरहाजिर मिले। उन्होंने कर्मचारियों से देरी से आने का कारण पूछा तो पता चला कि चार अन्य कर्मचारी भी नहीं आए हैं। हाजिरी रजिस्टर में बीसीजी टीम लीडर रुचि यादव व महेंद्र प्रताप, लेखाकार संजय मिश्रा व डीपीसी राजीव सक्सेना गैरहाजिर रहे।
इस पर जिलाधिकारी ने सभी को अनुपस्थित मानते हुए उनकी अनुमति के बाद ही वेतन आहरित का आदेश दिया। सीएमओ को निर्देशित किया कि चिकित्सा विभाग से संबंधित सभी कार्यालय, स्वास्थ्य केंद्रों में डाक्टर, अधिकारी व कर्मचारी समय से उपस्थित हों और भ्रमण पंजिका पर हस्ताक्षर के बाद ही कार्यालय छोड़ें।
इसी के बाद जिलाधिकारी ने जिलापूर्ति कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। सुबह 10.30 बजे तक कार्यालय में साफ-सफाई भी नहीं हो पाई थी। गंदगी फैली थी। हाजिरी रजिस्टर का निरीक्षण किया तो लिपिक आर्येंदु कटियार, सतीश कनौजिया, पत्रवाहक नितिन गुप्ता गैरहाजिर मिले। बाद में जानकारी हुई कि दोनों पत्रवाहक दूसरे कार्यालय से संबद्ध हैं।
इस पर जिलापूर्ति अधिकारी को निर्देश दिया कि रजिस्टर में कर्मियों की ड्यूटी स्थल दर्ज की जाए। लिपिक संतोष कुमार तिवारी के के हस्ताक्षर न होने पर बताया गया कि 28 से 30 जनवरी तक आकस्मिक अवकाश पर हैं। गैरहाजिर मिले कर्मचारी आर्येंदु कटियार को अनुपस्थित मानते वेतन अधोहस्ताक्षरी की अनुमति के बाद ही आहरित का आदेश दिया। निरीक्षण में जिलापूर्ति कार्यालय जर्जर अवस्था में मिला।
छत के प्लास्टर टूटकर गिर रहे हैं। प्रकाश व्यवस्था भी कम मिली। इस पर जिलापूर्ति अधिकारी को निर्देश दिया कि 15 दिन में बेहतर प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करें। जर्जर स्थानों को ठीक कराएं और परिसर में साफ-सफाई का ध्यान रखा जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि शासन के स्पष्ट निर्देश है कि 10 से 12 बजे तक जनता दर्शक के लिए ऑफिस में समय दें। इसमें लापरवाही हुई तो कार्रवाई तय है।