कानपुर के हैलट अस्पताल के एक PRO व डॉक्टर पर अभद्रता का आरोप: खून की उल्टी की समस्या होने पर परिजन बच्ची को लेकर पहुंचे थे...

कानपुर के हैलट अस्पताल के एक PRO व डॉक्टर पर अभद्रता का आरोप: खून की उल्टी की समस्या होने पर परिजन बच्ची को लेकर पहुंचे थे...

कानपुर, अमृत विचार। बर्रा आठ, वरुण विहार निवासी आकाश ने बुधवार को हैलट अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ.आरके सिंह के कार्यालय में एक प्रार्थना पत्र दिया। बताया कि 27 जनवरी को बहन दिव्यांशी (14) को अचानक खून की उल्टी की समस्या होने पर उसे लेकर हैलट अस्पताल इमरजेंसी पहुंचे।

आरोप है कि इमरजेंसी में काफी देर प्रतीक्षा करने के बाद भी जब किसी डॉक्टर ने बहन का इलाज न किया तो इमरजेंसी में तैनात जनसंपर्क अधिकारी से संपर्क किया। शिकायत सुनने के बाद वह उत्तेजित होकर गलत दुव्यवहार करने लगे।

इमरजेंसी में इलाज न उपलब्ध होने के बाद बहन दिव्यांशी की हालत अनियंत्रित हो गई। गाली-गलौज करते हुये अभद्रता की गई और इमरजेंसी व बाल रोग के 3 से 4 बार लगातार दौड़ाया गया। बाल रोग अस्पताल पहुंचने पर मौजूदा स्टाफ द्वारा जो अपनी नामपटिका नहीं लगाये थे, उन्होंने इलाज में कोई सुनवायी नहीं की अपशब्दों का प्रयोग करते हुये अस्पताल से बाहर जाने को कहा गया।

जनसंपर्क अधिकारी के पास पहुंचे तो मारपीट आपादा हो गए और अस्पताल के दस्तावेज छीनने लगे। आरोप है कि बहन की मृत्यु होने पर मुझे उसका जिम्मेदार होने की बात का हवाला देते हुए कागज पर हस्ताक्षर करने का दबाव बनाने लगे। प्रार्थी द्वारा दस्तावेज मांगने पर भी नहीं दिया। एक डॉक्टर ने अस्पताल से जाने को बोला।

प्रकरण के संबंध में पीड़ित ने संदिग्ध व्यक्ति को सजा दिलाने की मांग की। प्रमुख अधीक्षक डॉ.आरके सिंह ने बताया कि पीड़ित की शिकायत के आधार पर मामले की जांच कराई जाएगी। जांच के बाद संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी।