Gonda News : लेखा कार्यालय के लिपिक पर 100 करोड़ रुपये के फर्जी भुगतान का आरोप
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गोंडा, अमृत विचार: जिले के बेसिक शिक्षा विभाग के वित्त लेखाधिकारी कार्यालय में होने वाले फर्जीवाड़े का विवाद बढ़ता जा रहा है। कार्यालय शिफ्टिंग को लेकर चल रही खींचतान के बीच अब विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने कार्यालय में तैनात दो लिपिकों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष ने लिपिक पर 100 करोड़ रुपये से अधिक का फर्जी भुगतान करने का आरोप लगाया है और मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजकर इस भ्रष्टाचार की जांच कराए जाने की मांग की है।आरोप है कि लिपिक ने कूटरचित दस्तावेजों की मदद से न सिर्फ अपनी पत्नी को अनुदानित स्कूल मे अध्यापक की नौकरी दिलायी बल्कि एक महीने के भीतर पत्नी के खाते में 18 लाख रुपये भी ट्रांसफर कर दिया।
मुख्यमंत्री को भेजे गए शिकायती पत्र में कहा गया है कि वित्त लेखाधिकारी कार्यालय में कार्यरत लिपिक एक ही जिले में एक ही पटल पर पिछले 20 साल से तैनात हैं। लिपिक ने कूटरचित दस्तावेजों की मदद से एक एडेड स्कूल में अपनी पत्नी को शिक्षक पद पर तैनात करा दिया है। पत्नी कुंजलता के नाम से खोले गए बैंक खाते में एक महीने के भीतर 18 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए हैं। इसी तरह उन्होने अपने अन्य रिश्तेदारों के बैंक खाते में भी पैसे ट्रांसफर कर सरकारी धन का दुरुपयोग किया है।
आरोप है कि लिपिक अब तक 100 करोड़ रुपये से अधिक का फर्जी भुगतान कर चुका है। इसकी एसआईटी जांच भी चल रही है। भ्रष्टाचार को छिपाने लिए उसने अपनी पत्नी का नाम भी बदल लिया है। शिकायती पत्र में पत्नी के नाम से संचालित बैंक खातों का विवरण भी दिया गया है। जिलाध्यक्ष अनूप सिंह ने मुख्यमंत्री से इस पूरे भ्रष्टाचार की जांच कराए जाने की मांग की है।