संभल : कड़ी सुरक्षा के बीच सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के घर पर लगा बिजली का मीटर, पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे ASP
संभल। सांसद जियाउर्रहमान बर्क के घर पर बिजली विभाग की टीम भारी पुलिस फोर्स के साथ पहुंची है। बर्क के घर पर बिजली का मीटर लगाया गया है। सपा सांसद बर्क के घर पर बिजली मीटर लगाने पहुंची बिजली विभाग की टीम के साथ एएसपी श्रीश चंद्र और सीओ अनुज चौधरी के नेतृत्व में भारी पुलिस फोर्स भी था। इससे पहले डीएम और एसपी के नेतृत्व में शनिवार को बिजली विभाग की टीम ने नखासा तिराहा, खग्गू सराय, रायसत्ती रोड और दीपा सराय में 49 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ी। इसमें चार मस्जिद और एक मदरसा भी शामिल है।
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— Amrit Vichar (@AmritVichar) December 17, 2024
संभल के विद्युत विभाग के उपमंडल अधिकारी-प्रथम (एसडीओ) संतोष त्रिपाठी ने बताया कि संभल के सांसद जियाउर्रहमान बर्क के दीपासराय स्थित आवास पर स्मार्ट मीटर लगाने के लिए बिजली विभाग की टीम आई है तथा पुराने मीटर को बदलकर स्मार्ट मीटर लगाया गया है। उन्होंने बताया कि दीपासराय में अन्य घरों के मीटर भी बदले जा रहे हैं और सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस साथ आई है। अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) श्रीश चंद्र ने बताया कि दीपासराय में स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं और इसके लिए हम सुरक्षा व्यवस्था के लिए आए हैं।
इस बीच संभल के सांसद के पिता ममलुक-उर-रहमान बर्क ने संवाददाताओं से कहा कि स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है और इसमें कुछ भी नया नहीं है। उन्होंने बताया कि नया मीटर पुराने मीटर की जगह लगाया जा रहा है। खग्गू सराय में मंदिर मिलने और वहां अतिक्रमण के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है और कहा कि ‘सुई को फावड़ा’ बनाया जा रहा है। संभल में सांसद के आवास समेत अन्य घरों में स्मार्ट मीटर लगाने से एक दिन पहले सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा किया था कि संभल में धार्मिक स्थलों से 'मिनी पावर स्टेशन' संचालित किए जा रहे हैं। उन्होंने विधानसभा में दावा किया था कि कई मस्जिदों में अवैध सब-स्टेशन स्थापित किए गए हैं और मुफ्त में कनेक्शन बांटे जा रहे हैं।
आदित्यनाथ ने कहा, यह देश के संसाधनों की लूट है। अगर प्रशासन अपना कर्तव्य निभा रहा है, तो उसे चोर कहा जाएगा और अगर प्रशासन चोरी पकड़ता है, तो उसे अत्याचार कहा जाएगा।" इससे पहले संभल प्रशासन ने शहर में सांप्रदायिक दंगों के बाद 1978 से बंद एक मंदिर को फिर से खोल दिया। शाही जामा मस्जिद से करीब एक किलोमीटर दूर यह मंदिर खग्गू सराय इलाके में है। अदालत के आदेश पर किए गए शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान 24 नवंबर को हिंसा भड़क गई थी जिसमें चार लोगों की जान चली गई थी।
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