स्कूली बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़: प्राइवेट वैन चालकों की मनमानी, भूसे की तरह भरकर लाते ले जाते चालक
बिना परमिट, फिटनेस टैक्स दिए सैकड़ों की संख्या में चल रहे वैन
लखनऊ,अमृत विचार: स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर परिवहन विभाग,स्कूल प्रबंधन,परिजन पूरी उदासीन हैं। स्कूली वाहनों के मानकों, नियमों का कोई पालन नहीं कराया जाता है। स्कूली बच्चे ई रिक्शा, आटो टेम्पो से स्कूल आ जा रहे इसे कोई रोकने टोकने वाला नहीं है। आरटीओ प्रवर्तन के अधिकारी से लेकर टीम तक स्कूली वाहनों की जांच के नाम महज खानापूर्ति तक सीमित है।
बुधवार को लखनऊ पुराना जेलरोड आनंदनगर के पास वैन से दो ई रिक्शा चालकों की भिड़न्त में एक दर्जन स्कूली बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गये । घटना के बाद दूसरे दिन भी परिवहन विभाग नीद से नहीं जागा। ई रिक्शा से लेकर प्राइवेट वैन संचालन बेखौफ नियमों का खुला उल्लंघन कर स्कूली बच्चों को भूसे की तरह ठूंसकर स्कूल ले जाते और लाते है जिन पर आरटीओ प्रवर्तन टीम की कोई नजर नहीं पड़ती है। ना ही कभी जांचकर धरपकड़ की जाती है। जबकि बिना परमिट,फिटनेस के वाहनों के अलावा अन्य वाहनों से बच्चाें को स्कूल पहुंचाना और लाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है फिर भी आरटीओ टीम की मेहरबानी से नियमों को दरकिनार कर खुलेआम संचालन कर रहे है जो परिवहन विभाग के लिए चुनौती हैं। इन वाहनों पर किसी प्रकार अंकुश नहीं लग रहा है। गुरुवार को भी प्राइवेट वैन और ई रिक्शा से बच्चे स्कूल जाते दिखे । ऐसे सैकड़ों प्राइवेट वैन राजधानी में चल रहे हैं जो बिना परमिट, फिटनेस टैक्स दिए स्कूली बच्चों को लेकर फर्राटा भर रहे हैं जिनसे रोजाना दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। इन वाहनों के चालक भी अनाड़ी होते हैं जो हादसों को बढ़ावा दे रहे हैं।
स्कूली वाहनों के अलावा अगर किसी भी चार पहिया प्राइवेट वाहन से स्कूली बच्चे जाते मिले तो ऐसे वाहनों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी । स्कूल प्रबंधन को भी नोटिस दिया जायेगा जिससे अन्य वाहनों से बच्चों को नहीं ले जा सकेंगे । बच्चाें की सुरक्षा को लेकर परिजनों को भी जागरूरुक होने की आवश्कयता है।
संदीप कुमार पंकज,आरटीओ प्रवर्तन लखनऊ
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