कासगंज: चंद दूरी की सवारी जेब और जान दोनों पर भारी
देहात क्षेत्र में डग्गेमार वाहन चालक कर रहे है मनमानी
कासगंज,अमृत विचार। जिले में चंद किलोमीटर की सवारी जेब और जान दोनों पर भारी पड़ रही है। कम दूरी के बीच यात्रा करा कर मनमाना किराया वाहन चालक वसूल रहे हैं। सरकारी वाहनों का कोई इंतजाम नहीं है। इतना ही नहीं मनमाना किराया वसूलने के बावजूद क्षमता से अधिक सवारियां बैठाकर जान जोखिम में डाल रहे हैं। जिम्मेदार इस ओर अंजान बने हुए हैं।
जनपद कासगंज के गंजडुंडवारा और पटियाली के बीच की दूरी महज सात किलोमीटर है, जिसका किराया 20 रुपए है। यहां आने जाने के लिए डग्गामार वाहन ऑटो, ई- रिक्शाओं का सहारा है। जो महज 7 किलोमीटर की दूरी का 20 रुपए वसूलते हैं। सीमित साधन होने के कारण लोग मनमाना किराया देने को मजबूर हैं। दरअसल कासगंज से सहावर, गंजडुंडवारा एवं पटियाली के लिए आवागमन का मुख्य साधन ट्रेन है। ट्रेनों के संचालन के मध्य काफी समय का अंतर होने के कारण लोगों को अन्य साधनों का सहारा लेना पड़ता है। चूंकि परिवहन विभाग की बसों का संचालन भी सीमित है, इसलिए मजबूरी में लोग डग्गामार वाहनों पर यात्रा करने को मजबूर हैं। बता दें कि जनपद मुख्यालय से शिक्षा, चिकित्सा, राजस्व एवं अन्य विभागों के कर्मचारी नित्य गंजडुंडवारा, पटियाली एवं दरियावगंज एवं भरगैन तक अपनी ड्यूटी करने जाते हैं। यह क्षेत्र आवागमन के सीमित साधन होने के कारण काफी पिछड़ा हुआ माना जाता है। आवागमन के लिए एकमात्र मुख्य साधन ट्रेन है, लेकिन कर्मचारियों की ड्यूटी के हिसाब से किसी ट्रेन का समय अनुकूल नहीं है, मजबूरी में लोग नित्य डग्गामार वाहनों से यात्रा करने को मजबूर होते हैं जिसके लिए डग्गामार ऑटो चालक मनमाना किराया वसूलते हैं।
तो मिल जाएगी राहत
यात्रियों एवं कर्मचारियों का सुझाव है कि यदि परिवहन निगम कासगंज से सहावर, गंजडुंडवारा, पटियाली, दरियावगंज, भरगैन तक सुबह 7 से 7:30 के मध्य बस का संचालन कर दे तो बड़ी संख्या में लोगों को राहत मिल जायेगी।
डग्गामार वाहनों पर करेंगी कार्रवाई
टीएसआई लक्ष्मण सिंह ने बताया कि डग्गामार वाहन चालकों पर नजर रहती है। मुख्यालय पर विशेष अभियान चलता है। उच्च अधिकारियों से निर्देश मिलने पर अन्य क्षेत्रों में भी अभियान चलाकर ओवरलोडिंग के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।