हल्द्वानी: चार घंटे में आ रहा नंबर, तब हो रहा श्रम कार्ड कार्य
हल्द्वानी, अमृत विचार। श्रम कार्ड बनाने या उसके नवीनीकरण के लिए श्रमिकों को श्रम विभाग के कार्यालय में पसीना बहाना पड़ रहा है। श्रमिकों के लिए केवल एक ही खिड़की पर कर्मचारी काम करने के लिए मौजूद हैं। हाल यह हैं कि श्रमिक सुबह से ही कतार में लग रहे हैं और चार-चार घंटे उनको खिड़की तक पहुंचने में लग रहे हैं।
श्रम कार्ड नवीनीकरण और पंजीकरण के लिए श्रमिक सुबह सात बजे से कार्यालय पहुंच रहे हैं। खिड़की के बाहर सुबह से ही कतार लग रही है। करीब 10 बजे खिड़की खुलती है। तब तक काफी श्रमिक कतार में लग जाते हैं। सोमवार को केवल एक ही खिड़की पर नवीनीकरण और अन्य कार्य किए जा रहे थे। जिस वजह से श्रमिकों की परेशानी और बढ़ गई। श्रमिक लक्ष्मी बिष्ट ने बताया कि वह सुबह सवा दस बजे से कतार में लगी है और पौने तीन बजे उनका नंबर आया है।
यही हाल अन्य लोगों का भी था। इरफान ने बताया कि वह बनभूलपुरा के रहने वाले हैं। पूर्वान्ह 11 बजे से कतार में लगे हैं, लेकिन चार घंटे से पहले उनका नंबर नहीं आया। एक ही खिड़की होने की वजह से अलग-अलग कतार में महिला और पुरुष श्रमिक खड़े थे। बारी-बारी से दोनों का नंबर आ रहा था।
श्रमिकों का कहना था कि श्रम विभाग में कोई भी काम हो पूरे दिन की दिहाड़ी छोड़नी पड़ती है। एक दिन बेरोजगार रहने के बाद ही श्रम कार्ड में नवीनीकरण या पंजीकरण का काम हो पाता है। उप श्रमायुक्त कमल जोशी ने बताया कि प्रतिदिन 100 से 150 से काम होते हैं। देहरादून कर्मकार बोर्ड से अनुमति लेनी पड़ती है। काउंटर बढ़ाने का निर्णय वहीं से लिया जा सकता है।
जमीन पर बैठी रहीं महिलाएं
कई महिला श्रमिक थक-हार कर जमीन पर बैठी रही हैं। हाल यह है कि श्रमिकों की मदद करने के लिए भी बाहर कोई कर्मचारी नहीं है। अगर किसी श्रमिक के फार्म में कोई कमी आ रही है तो वह उसे ठीक करके लाता है और उसे दोबारा कतार में लगना पड़ता है।