मुरादाबाद : गंगा-जमुनी तहजीब...शाहजादे आलम मेघनाथ व मोहम्मद रईस निभाएंगे परशुराम का किरदार

आदिल और अख्तर रामलीला में पेंटिंग के माध्यम से देते हैं सहयोग, सालों से कई मुस्लिम कलाकार रामलीला में निभा रहे किरदार

मुरादाबाद : गंगा-जमुनी तहजीब...शाहजादे आलम मेघनाथ व मोहम्मद रईस निभाएंगे परशुराम का किरदार

मुरादाबाद, अमृत विचार। शाहजादे आलम और मोहम्मद रईस आज के दौर में हिंदुस्तान की गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल को जिंदा रखे हैं। यह दोनों मुस्लिम होने के बावजूद खुले मन से रामलीला में अलग-अलग किरदार निभाते हैं। पहले भगवान राम, रावण और लक्ष्मण, भगवान शंकर के अलावा अन्य किरदार निभा चुके शाहजादे इस बार मेघनाथ और रईस परशुराम भगवान का किरदार रामलीला में करेंगे। यह दोनों मुस्लिम कलाकार कार्तिकेय संस्था की ओर मध्यप्रदेश में होने वाली रामलीला में 27 सितंबर से अभिनय करेंगे।

इस बार मध्य प्रदेश और हरियाणा के रोहतक में कार्तिकेय संस्था की ओर से होने वाली रामलीला सर्व धर्म समभाव का संदेश दे रही है। इस रामलीला में मोहम्मद रईस भगवान परशुराम का किरदार निभाएंगे तो वहीं शाहजादे आलम मेघनाथ के रोल में अदाकारी करके रामलीला के दर्शकों का दिल जीतेंगे। कार्तिकेय संस्था के निर्देशक पंकज अग्रवाल दर्पण ने बताया कि शहजादे आलम पेशे से पेंटर हैं, लेकिन पिछले 20 साल से हमारे साथ जुड़े हैं और हर साल रामलीला में अलग-अलग किरदार निभाते हैं। 

वहीं मूल रूप से जनपद बरेली के रहने वाले मोहम्मद रईस पोल्ट्री फार्म चलाते हैं, लेकिन 20 साल से रामलीला में अभिनय करने के लिए समय निकालकर दोनों रामलीला में किरदार निभाते हैं। उन्होंने बताया कि इस बार रईस परशुराम और शाहजादे मेघनाथ का रोल करेंगे। हमारी पहली रामलीला मध्य प्रदेश के धार जिले में 27 सितंबर से होने जा रही है, जिसकी तैयारी पूरी हो गई है। इसके बाद दूसरी रामलीला हरियाणा के रोहतक में होगी। वहीं दूसरी ओर श्री राम मानस मंच के संस्थापक निदेशक राजेश रस्तोगी ने बताया कि वह पिछले 43 सालों से माया नगरी मुंबई में रामलीला कर रहे हैं। उनके साथ मुस्लिम सहयोगी आदिल और अख्तर भी काफी सालों से साथ जाते हैं। उन्होंने बताया कि आदिल और अख्तर हर साल पेंटिंग कर पूरा मंच सजाते हैं।


मैं पिछले 20 सालों से कार्तिकेय संस्था के साथ जुड़कर रामलीला में अलग-अलग किरदार निभाता आ रहा हूं। टीम से जुड़ने के दौरान मुझे कभी नहीं लगा कि मैं दूसरे धर्म से हूं। मैं खुद को मुस्लिम नहीं, बल्कि भगवान का सेवक समझकर किरदार निभाता हूं। इस बार मैं मेघनाथ का किरदार निभाऊंगा। -शाहजादे आलम, रामलीला कलाकार

इससे पहले मैं रामलीला में भगवान राम, भरत, इंद्र देव का किरदार निभा चुका हूं। मैं पिछले 20 साल से कार्तिकेय संस्था के साथ अलग-अलग शहरों में रामलीला में जा चुका हूं। वैसे तो मेरा पोल्ट्री फार्म का काम है, लेकिन मैं हर साल रामलीला के लिए अलग से समय निकालता हूं और बरेली से मुरादाबाद आता हूं।-मोहम्मद रईस, रामलीला कलाकार


हमारी रामलीला में शाहजादे आलम और मोहम्मद रईस के अलावा ईसाई और सिख समाज के लोग भी जुड़े हैं, जो हर साल रामलीला मंचन में सहयोग देते हैं। हमारी रामलीला सर्वधर्म समभाव का संदेश दे रही है।-पंकज दर्पण, निर्देशक

कल से महानगर में शुरू हो जाएगा रामलीला का मंचन
महानगर में 27 सितंबर से अलग-अलग स्थानों पर रामलीला का मंचन शुरू होगा। इसके लिए सभी कमेटियों ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। सबसे पहले श्रीरामलीला मैनेजिंग कमेटी के तत्वावधान में 27 सितंबर से लाइनपार के रामलीला मैदान में रामलीला का मंचन मुकुट पूजन एवं खाटूश्याम के कीर्तन से किया जाएगा। कमेटी के सचिव राजीव बंसल ने बताया कि यहां मंचन 15 अक्टूबर को श्रीराम के अभिषेक के साथ संपन्न किया जाएगा।

वहीं श्रीराम कथा मंचन समिति लाजपत नगर के तत्वावधान में रामलीला मैदान लाजपतनगर में 30 सितंबर को भगवान गणेश एवं भगवान वाल्मीकि पूजन तथा नारद मोह से मंचन की शुरुआत से होगी। कमेटी के मंत्री श्याम कृष्ण रस्तोगी ने बताया कि रामलीला का समापन 13 अक्टूबर को राजगद्दी जुलूस निकाल कर किया जाएगा। इसके अलावा प्राचीन श्री रामलीला कमेटी पुराना दसवां घाट पर रामलीला का मंचन एक अक्टूबर को भगवान गणेश की वंदना और मुकुट पूजन से शुरू होगा।

कमेटी के प्रवक्ता धर्मेंद्र यादव ने बताया कि रामलीला का मंचन श्रीशिव शंकर आदर्श रामलीला मंडल द्वारा किया जाएगा। मंचन का समापन 16 अक्टूबर किया जाएगा। उधर, श्रीरामलीला कमेटी सिविल लाइंस की रामलीला का मंचन चार अक्टूबर को नेहरू युवा केंद्र में किया जाएगा। कमेटी के अध्यक्ष अंशू भैया ने बताया कि रामलीला को 13 अक्टूबर को विश्राम दिया जाएगा।

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