रायबरेली: बोर्ड बैठक में सभासदों ने जमकर किया हंगामा, ईओ के खिलाफ निंदा प्रस्ताव

नगर पालिका अधिशासी अधिकारी ने अध्यक्ष के खिलाफ खोला मोर्चा, आउटसोर्सिंग में परिचितों को भर्ती करने का लगाया आरोप

रायबरेली: बोर्ड बैठक में सभासदों ने जमकर किया हंगामा, ईओ के खिलाफ निंदा प्रस्ताव

रायबरेली, अमृत विचार। नगर पालिका परिषद की मंगलवार को आकस्मिक बोर्ड की बैठक में जमकर हंगामा हुआ। विकास कार्य के बहाने सभासदों ने ईओ की कार्यशैली पर नाराजगी जताते हुए चैम्बर के बीचोंबीच आकर बैठ गए। इतना ही नहीं एसडीएम न्यायिक के काफी कोशिश के बावजूद बात बन सकी। बैठक में एक स्वर में सभासदों ने ईओ के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास किया। वहीं अधिशासी अधिकारी ने पूरे घटना को साजिश करार देते हुए कहा कि अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाए।

नगर पालिका परिषद की दोपहर में आकस्मिक बैठक शुरू होते ही ईओ स्वर्ण सिंह के विरोध में सभासदों ने मोर्चा खोल दिया। पालिका अध्यक्ष शत्रोहन सोनकर, एसडीएम न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने हंगामा चलता रहा। सभासदों ने बैठक में ईओ के शामिल होने का विरोध करने लगे। आरोप लगाया कि शहर में विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में पालिका की छवि दिनोंदिन धूमिल होती जा रही है।

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पालिका अध्यक्ष ने भी विकास कार्य में रोड़ा लगाने का आरोप अधिशासी अधिकारी पर लगाया। बात इतनी बढ़ गई कि सभासद कुर्सी से उठकर चैम्बर के बीचोंबीच आकर बैठ गए। इस पर एसडीएम न्यायिक आशुतोष राय ने मामला संभालने की कोशिश की, लेकिन सभासद कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हुए। 32 सभासदों ने सर्वसम्मति से ईओ के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाया। साथ ही शासन और प्रशासन से उचित कदम उठाने की मांग की।

बैठक के दौरान शहर की साफ-सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए संचालित डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का टेंडर निरस्त करने का प्रस्ताव पास हुआ। मौजूदा ठेकेदार पर योजना के संचालन में लापरवाही करने का आरोप लगाया गया है। नए मकानों का नगर पालिका में दर्ज कराने के लिए जनरल सर्वे कराने पर भी सहमति बनी। सर्वे का कार्य मार्च माह 2025 तक कराने का समय दिया गया।

इस मौके पर सभासद परमजीत सिंह गांधी, रामखेलावन बारी, बृजेश कुमार पांडेय, सबिस्ता ब्रजेश, पुष्पा यादव, कमरूद्दीन, शैलेंद्र यादव आदि मौजूद रहे। सभासद आशा सिंह निंदा प्रस्ताव में हस्ताक्षर नहीं किए, जबकि आजाद नगर वार्ड के सभासद बोर्ड की बैठक में उपस्थित नहीं हुए।

इस दौरान भारी संख्या में पुलिस कर्मी मौजूद रहे। नगर पालिका अधिशासी अधिकारी स्वर्ण सिंह का कहना है कि बैठक में हंगामा पालिकाध्यक्ष के षडय़ंत्र का हिस्सा है। पालिकाध्यक्ष अपने रिश्तेदारों को आऊट सोर्सिंग के माध्यम से काम दिलाकर उनका फर्जी भुगतान कराने का दबाव बना रहे हैं। भुगतान कराने का दबाव बनाते हैं।

उधर, नगर पालिका अध्यक्ष शत्रोहन सोनकर का कहना है कि ईओ की वजह से विकास कार्य शहर में नहीं हो रहे हैं। आउट सोर्सिंग में रिश्तेदार को रखने की बात गलत है। इसकी जांच करा ले स्वत: सबकुछ सामने आ जाएगा। सभासदों ने उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास किया है, जिसे जिलाधिकारी के साथ मुख्यमंत्री को भेजा जाएगा।

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