मुरादाबाद : टाउनहॉल बाजार में शॉर्ट सर्किट के चलते लगी आग, लाखों को सामान जलकर खाक...सपा सांसद रुचि वीरा ने दिया मदद का आश्वासन

बुधवार देर रात शॉर्ट सर्किट की वजह से कपड़ों की दुकानें जलकर राख, सांसद रूचि वीरा ने पीड़ितों को दिया मुआवजा दिलाने का आश्वासन

मुरादाबाद : टाउनहॉल बाजार में शॉर्ट सर्किट के चलते लगी आग, लाखों को सामान जलकर खाक...सपा सांसद रुचि वीरा ने दिया मदद का आश्वासन

मुरादाबाद। सुरक्षा इंतजाम और सरकारी सिस्टम की अनदेखी से दो माह में चार अग्निकांड की घटनाएं हो चुकी हैं। इसके बाद भी ज्यादातर इमारतों का फायर ऑडिट सालों से नहीं हुआ है, न ही सरकारी सिस्टम ने इनके आग से बचने के इंतजामों को जांचा-परखा। यहां तक कि सरकारी भवनों में भी फायर सिस्टम का कोई पुख्ता इंतजाम नहीं है। बुधवार को कोतवाली क्षेत्र के टाउन हॉल में दुकान के पीछे रखे ट्रांसफार्मर में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लग गई। सूचना के बाद भी अग्निशमन दल एक घंटे देरी से पहुंचा। तब तक आग की चपेट में लाखों को सामान जलकर राख हो गया। वहीं गुरुवार को सांसद रूचि वीरा ने पीड़ितों से मिलकर मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया है।

कोतवाली क्षेत्र के निर्माणाधीन टॉउनहॉल के बराबर में रखे ट्रांसफार्मर में शॉट सर्किट की वजह से तीन कपड़ों की दुकान जलकर राख हो गईं। तीनों दुकानों के संचालक सलमान, शफीक और गुड्डू ने बताया है कि देर शाम को रोजाना की तरह दुकान बंद करके वह घर चले गए थे। इसी दौरान देर रात टॉउन हॉल के चौकीदार ने उन्हें फोन कर घटना की जानकारी। मौके पर पहुंचने के बाद सलमान ने पुलिस को सूचना दी। सूचना के एक घंटे बाद अग्निशमन दल मौके पर पहुंचा। तब तक ज्यादातर सामान जलकर राख हो गया था। दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।

बता दें, अग्निशमन विभाग की लापरवाही पहली बार नहीं है। जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में 4 जुलाई को लगी आग के बाद भी अग्निशमन विभाग की सबसे बड़ी लापरवाही सामने आई थी। ट्रामा सेंटर भावन का फायर ऑडिट सालों से नहीं हुआ था, न ही सरकारी सिस्टम ने इनके आग से बचने के इंतजामों को जांचा-परखा था। हालांकि, कोई हताहत नहीं हुई थी।

सांसद ने दिया मुआवजा दिलाने का आश्वासन
सांसद रूचि वीरा ने पीड़ितों से मिलने के बाद मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया है। वहीं पीड़ितों का कहना है कि पहले भी कई बार ट्रांसफार्मर में शॉर्ट सर्किट की घटनाएं हो चुकी हैं। शिकायत के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ। पास के एक दुकान संचालक संजय सिक्का ने बताया है कि लगभग चार से पांच साल पहले ट्रांसफार्मर रखा गया था। इससे संवेदनशील इलाके में खतरा बना हुआ है। उन्होंने बताया है पहले भी ट्रांसफार्मर में कई बार शॉर्ट सर्किट हुए हैं, लाइनमैन ठीक करके चले जाते हैं। अब तक इसके सुरक्षा-व्यवस्था का कोई इंतजाम नहीं हुआ है।

अग्निशमन विभाग की खुली पोल
28 मई अगवानपुर के शेरुआ धर्मपुर में केमिकल की बोतलें भरते समय तेज धूप के कारण गोदाम में आग लग गई थी। घटना बाल-बाल गोदाम कर्मियों की जान बची थी। वहीं 28 जून को कोतवाली क्षेत्र के संवेदनशील इलाके में देर रात स्टेशनरी की दुकान में आग की घटना हुई थी। आसपास के लोगों में हड़कंप मच गया था। 26 जून को कटघर के इलाके में शॉर्ट सर्किट की वजह से फैक्ट्री की छत पर रखे स्क्रैप में आग लग गई थी। हालांकि बारिश की वजह से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। 4 जुलाई को ट्रामा सेंटर में हुई आग की घटना से अस्पताल में भर्ती मरीजों की जान बाल-बाल बची थी। जांच रिपोर्ट में अग्निशमन विभाग के सारे सुरक्षा-इंतजाम को उजागर कर दिया था। लगभग दो माह के भीतर चार घटनाएं हो चुकी हैं। जिन्होंने अग्निशमन विभाग की पोल खोल दी है। किसी भी भवन की सालों से फायर ऑडिट नहीं हुई है। ज्यादातर इमारतें पुराने ढर्रे पर चल रहीं हैं।

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