पीलीभीत: 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते सदर तहसील का लेखपाल गिरफ्तार, पट्टाशुदा भूमि की पैमाइश करने को मांगी थी रकम 

पीलीभीत: 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते सदर तहसील का लेखपाल गिरफ्तार, पट्टाशुदा भूमि की पैमाइश करने को मांगी थी रकम 

पीलीभीत, अमृत विचार। पट्टाशुदा भूमि की पैमाइश के नाम पर रिश्वत मांगने वाला सदर तहसील का लेखपाल एंटी करप्शन टीम के हत्थे चढ़ गया। ग्रामीण की शिकायत पर बरेली से पहुंची एंटी करप्शन टीम ने पूरी प्लानिंग के साथ लेखपाल को पीड़ित से कॉल कराकर बुलाया और सदर तहसील के पास एक पान की दुकान पर रुपये लेते ही रंगेहाथ धर दबोचा। टीम उसे अपने साथ ले गई और फिर कोतवाली ले आई। लेखपाल के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की गई है।

सदर तहसील क्षेत्र के ग्राम कोहना के रहने वाले रामलखन कश्यप पुत्र ओमकार कश्यप ने एंटी करप्शन बरेली से शिकायत की थी। ये बताया था कि ग्राम कुंवरपुर में तालाब गाटा संख्या 127 रकवा 1.254 हेक्टेयर पट्टाशुदा भूमि की पैमाइश कराने के लिए आवेदन किया था। कई बार चक्कर लगवाए गए। इसके बाद सदर तहसील के लेखपाल  सौरभ गंगवार पुत्र स्वर्गीय भरतवीर ने 15 हजार रुपये की मांग रख दी।  रुपये दिए बिना पैमाइश करने से ही इनकार कर दिया। पीड़ित ने भ्रष्टाचार की शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई। मामले को गंभीरता से लेते हुए भ्रष्टाचार निवारण संगठन बरेली मंडल के पुलिस उपाधीक्षक यशपाल  सिंह ने निरीक्षक सुनील कुमार की अगुवाई में शुक्रवार को एक टीम पीलीभीत भेजी।

टीम ने शिकायतकर्ता से संपर्क किया और फिर उसे भी पूरी प्लानिंग समझा दी गई। दोपहर करीब 1.20 बजे ग्रामीण से ही कॉल कराकर रुपये लेने के लिए लेखपाल को बुलवाया गया। सदर तहसील के बाहर एक पान की दुकान के पास लेखपाल पहुंचा और जैसे ही रिश्वत के 15 हजार रुपये ग्रामीण से लिए। पहले से मुस्तैद एंटी करप्शन टीम ने पकड़ लिया और उसे अपने साथ ले गई। अचानक लेखपाल की धरपकड़ देख हर कोई दंग रह गया। कुछ ही देर में पूरा मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया। लेखपाल को लेकर टीम कोतवाली पहुंची और फिर काफी देर तक पूछताछ चलती रही। इसके बाद निरीक्षक सुनील कुमार की ओर से दी गई तहरीर पर एफआईआर दर्ज की गई।

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