बरेली: किसानों की आय बढ़ाएगी रुहेलखंडी गाय, जल्द होगा पंजीकरण

आईवीआरआई में पशु अनुवांशिक संसाधनों की योजना के तहत हुई बैठक

बरेली: किसानों की आय बढ़ाएगी रुहेलखंडी गाय, जल्द होगा पंजीकरण

बरेली, अमृत विचार। भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) जल्द ही रुहेलखंडी गायों को पंजीकृत करने जा रहा है। इसके लिए संस्थान में पशु अनुवांशिक संसाधनों की नेटवर्क परियोजना एनबीएजीआर, करनाल के सहयोग से संचालित की जा रही है। इस संबंध में गुरुवार को एक संवाद बैठक हुई। इसमें संयुक्त निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. रूपसी तिवारी ने बताया कि यह गाय कम लागत में अधिक उत्पादन देने की क्षमता रखती है।

बैठक में संस्थान के निदेशक डॉ. त्रिवेणी दत्त ने बताया कि नेटवर्क योजना के तहत रुहेलखण्ड के गाय, भेड़ व पोनी को लिया गया है। इस योजना के तहत रुहेलखंडी गाय के पंजीकरण के सभी मानकों को पूर्ण कर लिया गया है। संस्थान जल्द ही इसके पंजीकरण के अंतिम चरण में पहुंच जाएगा। एनबीएजीआर, करनाल के निदेशक डाॅ. बीपी मिश्रा ने बताया कि पशुधन का पंजीकरण कराना बहुत अनिवार्य है, क्योंकि इससे किसानों की आय में वृद्धि हो सकेगी। देश में 32 केंद्रों में पंजीकरण का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। 

अगस्त 2021 से अब तक 50 पशुओं की प्रजाति की पहचान की गई है, जिनका पंजीकरण किया जा सकता है। इनमें से दो का पंजीकरण हो चुका है। प्रधान अन्वेषक डाॅ. अनुज चौहान ने प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि मंडल के चारों जिलों के 14 ब्लाॅकों के 159 गावों में 1718 गायों का वर्गीकरण किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त रुहेलखंड क्षेत्र के भेड़ तथा पोनी का वर्गीकरण भी किया जा रहा है, जिससे भविष्य में इन्हें भी पंजीकृत किया जा सके। इस दौरान डाॅ. ब्रजेश कुमार, डाॅ. अमित कुमार, डाॅ. अयोन तरफदार आदि उपस्थित रहे।

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