मुरादाबाद : हाथ में कड़ा देख पत्नी ने की थी अजय के शव की पहचान, मृतक के मोबाइल में दफन कई राज
अजय हत्याकांड : मृतक के मोबाइल में दफन कई राज, अजय के फोन की तलाश में सक्रिय है पुलिस टीम

मुरादाबाद,अमृत विचार। मंडी चौक साहू स्ट्रीट में मेसर्स फूल कुमार-रमेश कुमार एंड संस (अलंकार ज्वेलर्स) के कारोबारी अलंकार अग्रवाल के नौकर अजय कुमार हत्याकांड में अभी कई राज का पर्दाफाश होना बाकी है। अजय ने सोना किसे बेचा है, ये पुलिस को नहीं पता है। गोल्ड बेचने को उसने किसे कॉल की थी, ये अभी राज है। इसके अलावा मोबाइल मिले तो सार्वजनिक हो कि अजय और अनमोल अलंकार ज्वेलर्स को ठगने की योजना कब से बना रहे थे। योजना को साकार करने के लिए अजय ने किस-किस से फोन पर क्या-क्या बातें की हैं। पुलिस की एक टीम अजय के मोबाइल की तलाश में लगी है।
पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने मृतक के मोबाइल को ऑन कर गाजियाबाद-दिल्ली के बीच दिलशाद गॉर्डन मैट्रो स्टेशन के पास झाड़ियों में फेंका था। इसकी लोकेशन भी ट्रेस हुई थी लेकिन, अब वह फोन बंद जा रहा है। इसलिए खोजने में दिक्कत आ रही है। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही मृतक अजय का मोबाइल बरामद होगा और फिर सभी संदेह से पर्दा उठेगा। कटघर थानाध्यक्ष तेजवीर सिंह के मुताबिक, मुख्य आरोपी अनमोल मृतक अजय से मुरादाबाद में आकर मिलता था। अनमोल और अजय अलंकार ज्वेलर्स के यहां से मोटी रकम मिलने के इंतजार में थे।
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11.30 तक आरोपी ने कर दी थी अजय की हत्या
एसएसपी हेमराज मीना का कहना है कि मृतक अजय चार जून की सुबह करीब 8.40 बजे अलंकार ज्वेलर्स के यहां से रुपये व गोल्ड लेकर निकला था। इसके बाद सुबह के 9.30 बजे के दौरान उसका मोबाइल डबल फाटक पर बंद हो गया था। फिर नहटौर में एक बार उसके मोबाइल की लोकेशन ट्रेस हुई थी। शायद इसने गोल्ड खरीदने वाले को फोन करने काे मोबाइल ऑन किया हो, उसके बाद फिर बंद हो गया था। एसएसपी ने बताया कि इस तरह आरोपियों ने अजय को उसी दिन सुबह करीब 11.30 बजे मार दिया था।
इस तरह हुई अजय के शव की पहचान
कटघर थानाध्यक्ष तेजवीर सिंह के मुताबिक, अनमोल ने अजय के शव की शिनाख्त कराई थी। उसके बताने पर ही उसे उत्तराखंड में लैंसडाउन थाना क्षेत्र के जंगल में ले जाया गया था। अजय का शव अधजला था। लेकिन, वह अपने हाथ में जो कड़ा पहने था वह नहीं जला, जिसे देखकर उसकी पत्नी ने शव अजय का ही होने की पहचान की थी। कार में मृतक का ड्राइविंग लाइसेंस मिला था। अनमोल के अन्य दोनों साथियों ने घटना का विधिवत खुलासा किया है।
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सीसीटीवी फुटेज व ज्वेलर्स से मिले थे अहम बिंदु
थानाध्यक्ष ने बताया कि अलंकार अग्रवाल ने नौकर के लापता होने की जब थाने पर सूचना दी थी तभी से पुलिस पड़ताल में लग गई थी। रुपये व गोल्ड लेकर जब अजय दिल्ली के लिए निकला तो पुलिस उसी जगह से सीसीटीवी फुटेज खंगालनी शुरू कर दी थी। जिसमें वह पहचान में आया और उसने रास्ता भी बदला था। सीसीटीवी फुटेज व अलंकार अग्रवाल से पूछताछ में भी कई ऐसे बिंदु मिले, जिनके उत्तर ने उन्हें मुख्य अभियुक्त अनमोल तक पहुंचाया। दूसरे, अजय के माेबाइल की लोकेशन बिजनौर के नहटौर में मिली थी। फिर पुलिस अनमोल की तलाश में जुट गई थी। मुख्य आरोपी अनमोल के गिरफ्त में आते ही सारे राज खुल गए थे।