लखनऊ: भारतीय मजदूर संघ ने DM को सौपा ज्ञापन, जानें वजह 

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Published By Vinay Shukla
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लखनऊ, अमृत विचार। भारतीय मजदूर संघ की लखनऊ इकाई ने डीएम को ज्ञापन सौंपा है। गुरुवार को यह ज्ञापन भारतीय मजदूर संघ के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा लिए गए निर्णय के बाद सौंपा गया है। लखनऊ जिले में बढ़ते प्रदूषण और इसके रोकथाम के उपाय करने के लिए संघ के जिला मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह के नेतृत्व में डीएम को दिया गया है।

पर्यावरण प्रदूषण की समस्या भारत ही नही पूरे विश्व में एक जटिल समस्या बनी हुई है। प्रदूषण के कारण मनुष्य को कई प्रकार की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। वर्तमान में पेड़ो की कटाई काफी बढ़ गयी है, लेकिन उसकी तुलना में वृक्षारोपड़ कम हो रहा है। इस कारण वातावरण का तापमान विछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष बढ़ गया, इससे कई प्रकार की समस्या आई। सही प्रकार से जल संरक्षण न हो पाने के कारण भूगर्भीय जल स्तर नीचे जाने लगा है। इससे कई स्थानों पर पानी की समस्या बढ़ने लगी है।

मजूदर संघ ज्ञापन

ऐसे में भारतीय मजदूर संघ इस ज्ञापन के माध्यम से यह मांग करता है कि जिले में होने वाले सभी प्रकार के प्रदूषणों पर ध्यान देते हुए इसके रोकथाम के लिए तत्काल उपाय किये जाय।इस अवसर पर प्रतिनिधि मण्डल जिला मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह के नेतृत्व में हरिशरण मिश्रा, अध्यक्ष, महेंद्र दीक्षित महामंत्री - राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद (भारतीय मजदूर संघ),अजय सिंह राष्ट्रीय सहायक महामंत्री, बीएसएनएल संघ,  रिंकू राय, लखनऊ विश्व विद्यालय कर्मचारी संघ, इलियास विद्युत कर्मचारी संघ, योगेश उपाध्याय, संयुक्त मंत्री, भारतीय मजदूर संघ तथा प्रदेश महामंत्री, संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश शामिल रहे।


यह है मांग 

1. वायु प्रदूषण पर विशेष ध्यान दिया जाय एवं इसे कम करने के लिए उचित उपाय किये जाय, जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर असर न हो साथ ही सभी प्रमुख शहरों के प्रमुख स्थलों पर प्रदूषण का स्तर दर्शाने वाला इलेक्ट्रनिक बोर्ड लगाया जाय।

2. नदी नालों के पानी को प्रदूषित होने से बचाने के लिए उचित उपाय किये जाय।्र

3- अनावश्यक पेड़ों की कटाई पर रोक लगायी जाय एवं वृक्षरोपड़ पर विशेष ध्यान दिया जाय।

4. सिंगल पूज प्लास्टिक से बने सामानों के बिक्री पर तुरन्त रोक लगाई जाय।

5-. जल संरक्षण पर विशेष ध्यान देते हुए सभी सरकारी एवं निजी आवास, सरकारी एवं निजी क्षेत्र के कार्यालयों में वाटर हार्वेस्टिंग

सिस्टम के माध्यम से वर्षा के जल को भू-जल में रीजार्च करने की नियमानुसार व्यवस्था की जाय।

6. शहरों से निकलने वाले कचड़ों की नियमानुसार उचित व्यवस्था की जाय।

7. ज्यादा प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों पर कड़ी कार्यवाही की जाय।

8. ध्वनि प्रदूषण से स्वास्थ्य पर कई प्रकार की समस्या आ रही है, इसके रोकथाम पर विशेष ध्यान दिया जाय।

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