लखीमपुर-खीरी: एसडीएम दफ्तर के बाहर सीएचसी अधीक्षक को पीटा, वकील समेत चार पर रिपोर्ट

लखीमपुर-खीरी: एसडीएम दफ्तर के बाहर सीएचसी अधीक्षक को पीटा, वकील समेत चार पर रिपोर्ट

कोतवाली में तहरीर देकर बाहर आते वकील मनोज श्रीवास्तव।

गोला गोकर्णनाथ/लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। उप जिलाधिकारी से मिलने स्वास्थ्य कर्मियों के साथ तहसील गए सीएचसी अधीक्षक डॉ. गणेश कुमार से एसडीएम दफ्तर के सामने ही कुछ लोगों ने गाली गलौज करते हुये हाथापाई की। 

हमलावरों ने बचाने आए ब्लाक कम्यूनिटी प्रोसेस मैनेजर (बीसीपीएम) योगेश कुमार की भी पिटाई कर दी। किसी तरह डॉ. गणेश कुमार और बीसीपीएम ने एसडीएम कार्यालय में घुसकर खुद का बचाव किया। कोतवाली पुलिस ने डॉ. गणेश की तहरीर पर मारपीट, सरकारी कार्य में बाधा, धमकी की धाराओं में दो नामजद सहित चार लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली है। 

उधर, शाम को आरोपी वकील मनोज श्रीवास्वत ने अपने साथियों के साथ कोतवाली पहुंचकर सीएचसी अधीक्षक पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। पुलिस ने मामले में जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है।

सीएचसी अधीक्षक डॉ. गणेश कुमार ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है कि वह शनिवार को विभागीय कार्य के दस्तावेज लेकर स्वास्थ्य कर्मी योगेश कुमार के साथ तहसील में एसडीएम के पास गये थे। एसडीएम की अनुपस्थित में वह गेट पर पानी लेने चले गये। इसी दौरान मनोज श्रीवास्तव गाली गलौज करने लगे। विरोध करने पर वह उनके और योगेश के साथ भी गाली गलौज करते रहे। जिसकी सूचना देने वह और योगेश एसडीएम के स्टोनों के पास गये जहां पर फिर अभद्रता करने लगे। 

एसडीएम के अर्दली मुबारक ने डॉ गणेश से एसडीएम कार्यालय में जाने को कहा। तभी मनोज श्रीवास्तव और मनुज बाजपेई सहित अन्य लोग डॉ गणेश और योगेश के साथ मारपीट करने लगे। डॉक्टर का आरोप है उन लोगों ने सरकारी अभिलेख फाड दिए। किसी तरह दोनों लोगों ने एसडीएम कार्यालय में घुसकर स्वयं को बंद कर लिया। 

डॉ गणेश ने मामले की सूचना कोतवाली पुलिस को दी। दोनों लोगों को पुलिस अभिरक्षा में कोतवाली लाई जहां डॉ. गणेश ने वकील मनोज श्रीवास्तव, मनुज वाजपेयी और दो अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस ने मनोज श्रीवास्तव, मनुज वाजपेयी और दो अज्ञात के खिलाफ संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

आरोपियों ने पूर्व में भी दी थी धमकी
सीएचसी अधीक्षक डॉ. गणेश कुमार ने बताया कि 19 अप्रैल को जब विभागीय कार्य से तहसील गये थे। तब भी वकीलों ने गाली गलौज की थी और धमकी दी थी। इतना ही नहीं मनुज वाजपेयी ने सोशल मीडिया पर एलानिया धमकी दी थी। शिकायत करने के बावजूद भी ठोस कार्रवाई न होने से आरोपियों के हौसले बुलंद हो गए। अब उनकी जान का खतरा बन गया है। उन्होंने लिखित शिकायत सीओ, कोतवाली पुलिस और मुख्य चिकित्साधिकारी से कर चुके हैं। जिसमें पहले भी जानलेवा हमले की आशंका जताई थी।

वकील ने आरोपों को निराधार बताया
वकील मनोज श्रीवास्तव का कहना है कि डॉ. गणेश का आरोप गलत और निराधार है। उन्होंने किसी से भी कोई मारपीट नहीं की, जिस समय की घटना दिखाई जा रही है उस समय केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की सभा चल रही थी।

मारपीट के समय वकीलों के साथ बैठक कर रहे थे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री
खास बात यह है कि जिस समय सीएचसी अधीक्षक और बीसीपीएम के साथ मारपीट की गई। उस समय केंद्रीय गृह राज्य मंत्री एवं सांसद अजय मिश्र टेनी तहसील परिसर में बार संघ सभागार में वकीलों के साथ बैठक कर रहे थे। हैरानी की बात यह है कि गृह राज्य मंत्री के आने के कारण तहसील परिसर में पर्याप्त पुलिस बल भी मौजूद था।

... और बंद मिले सीसीटीवी कैमरे
इसे सुरक्षा में चूक ही कहेंगे, क्योंकि घटना की हकीकत जानने के लिए पुलिस ने जब एसडीएम कक्ष और तहसील परिसर में सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो वे बंद मिले। बहरहाल, तहसील में एसडीएम चैंबर हो, यह अधिकारियों के कार्यालय सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे हैं।

वकीलों ने भी सीएचसी अधीक्षक पर लगाया मारपीट करने का आरोप, कोतवाली पुलिस को दी तहरीर
तहसील के वकीलों ने सीएचसी अधीक्षक पर मारपीट का आरोप लगाते हुए कोतवाली पुलिस को तहरीर दी है। कोतवाल ने तहरीर उच्च अधिकारियों को देने की बात कह टरकाना चाहा, पर वकीलों ने आक्रोश को देखते हुए उन्हें तहरीर लेनी पड़ी। 

वकील मनोज श्रीवास्तव का कहना है कि उन्होंने सीएचसी अधीक्षक डॉ गणेश को लेकर उच्च अधिकारियों को शिकायत भेजी है, जिसमें डॉ गणेश पर आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने की शिकायत की थी। जिससे डॉ गणेश रंजिश मानते हैं। मनोज श्रीवास्वत का कहना है कि शनिवार को वह तहसील में अपने तख्त पर वकील रचित पाठक के साथ बैठे एक मुकदमें में विचार विमर्श कर रहे थे तहसील में ही केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी की सभा की तैयारी चल रही थी। 

उसी समय डॉ गणेश अपने दो तीन साथियों के साथ वहां पहुंच गए और उन पर जानलेवा हमला कर दिया। वहां मौजूद वकीलों ने उन्हें बचा लिया। जब वकील तहरीर लेकर कोतवाली गए तो कोतवाल इंद्रजीत सिंह ने उन्हें टरकाने की कोशिश की। वकीलों का आक्रोश देख कोतवाल ने तहरीर तो ले ली, पर कहा कि कार्यवाही के लिए उच्च अधिकारियों से बात करनी होगी। जिसे लेकर वकील गुस्से में आ गए कहा कि कार्यवाही न हुई तो आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। मनोज श्रीवास्तव के साथ संदीप अवस्थी, अशोक शुक्ला सहित  कई वकील मौजूद रहे।

सीएचसी अधीक्षक के समर्थन में उतरे स्वास्थ्य कर्मी, सीएचसी में किया प्रदर्शन, आरोपियों पर कार्रवाई न की तो होगी हड़ताल
सीएचसी अधीक्षक डॉ गणेश कुमार और बीसीपीएम योगेश कुमार पर अधिवक्ता और उनके सहयोगियों द्वारा मारपीट और धमकी प्रकरण में आशा बहुएं, आशा संगिनी, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के स्टाफ ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विरोध प्रदर्शन कर उच्च अधिकारियों को ज्ञापन भेज कर कार्रवाई की मांग की है।  

सीएचसी में विरोध प्रदर्शन कर रहे स्वास्थ्य कर्मचारियों का कहना है कि जब उनके अधिकारी सुरक्षित नहीं है तो वह लोग सुरक्षित कहां से होंगे। अगर आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। चिकित्सा अधिकारी डॉ अजय कुमार, डॉ शंकरदयाल गोस्वामी, डॉ अशोक बिहारी, दीपक मिश्रा, सचिन कुमार सहित तमाम आशा बहुएं और संगिनी मौजूद रहीं।

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