सीतापुर: नगरीय तालाब संरक्षण के नाम पर जेसीबी से खुदवाई खलिहान की जमीन, ठेकेदार ने नष्ट करा दिये कई हरे वृक्ष

नगर पंचायत द्वारा होना था तालाबों व झीलों का सौंदर्यीकरण, ठेकेदार ने नष्ट करा दिये कई हरे वृक्ष

सीतापुर: नगरीय तालाब संरक्षण के नाम पर जेसीबी से खुदवाई खलिहान की जमीन, ठेकेदार ने नष्ट करा दिये कई हरे वृक्ष

महोली/सीतापुर,अमृत विचार। सूबे में लगातार गिर रहे भूमिगत जल स्तर और अवैध कब्जे का शिकार हो रहे नगरीय क्षेत्र के तालाबों, झीलों को बचाने के लिए प्रदेश सरकार नगरीय झील, तालाब जल संरक्षण योजना चला रही है। इस क्रम में नगर पंचायत महोली के अंतर्गत कुछ तालाबों का सौंदर्यीकरण कराया जाना था। लेकिन जिम्मेदारों ने योजना की धनराशि को खपाने की गरज से तालाब की जगह खलिहान की जमीन पर भी जेसीबी चलवा दी। मामला नगर पंचायत के जगन्नाथपुर गांव से जुड़ा है।

मालूम हो कि नगर के कई मुख्य तालाब अवैध कब्जे के शिकार हैं। रसूखदार लोगों ने तालाब पर कब्जा कर मकान, दुकान बना लिया है। अवैध कब्जेदारों को चिह्नित करने के बाद प्रशासन की कार्यवाई सुस्त हो गई है। क्षेत्र में जब तालाबों को संरक्षण और सौंदर्यीकरण की योजना आई तो नगर पंचायत प्रशासन ने अवैध कब्जे वाले तालाबों को दर-किनार कर मास्टर कॉलोनी पश्चिमी (गाजीपुर) और जगन्नाथपुर गांव का चयन किया।

गाजीपुर के तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए 29.54 लाख स्वीकृत किये गये जबकि जगन्नाथपुर के लिये 28.54 लाख रुपए स्वीकृत हुए। काम कराने का ठेका सीतापुर की फर्म शांती कांस्ट्रक्शन को दिया गया। तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए 15 -15 लाख रुपए की धनराशि नगर पंचायत प्रशासन को प्राप्त भी हो गई थी।

खास बात तो यह है कि गाजीपुर में अस्तित्व खो रहे तालाब के सौंदर्यीकरण का काम शुरू कर दिया गया, लेकिन जगन्नाथपुर में खेला कर दिया गया। यहां गांव के बाहर बाईं ओर गाटा संख्या 552 है जिसका क्षेत्रफल 0.279 हेक्टेयर है। यह भूखंड राजस्व अभिलेखों में खलिहान के नाम से दर्ज है। नगर पंचायत प्रशासन ने सरकार की मंशा के विपरीत अपनी मनमानी के चलते इसी भूमि पर तालाब का निर्माण कराने की तैयारी शुरू कर दी है।

ठेकेदार के इशारे पर जेसीबी ड्राइवर ने खलिहान का नक्शा ही बदल डाला। भूखंड पर चांदी और शीशम जैसे कई छायादार वृक्षों को नष्ट कर दिया और मौके से लकड़ी भी गायब कर दी गई। आरक्षित श्रेणी की जमीन पर मशीन गरजती रही लेकिन राजस्व विभाग के अधिकारी बेखबर बने रहे। एक जागरुक व्यक्ति की शिकायत के बाद तहसीलदार ने संज्ञान लिया और काम बंद करा दिया।

क्या बोले जिम्मेदार...

जगन्नाथपुर में खलिहान की जमीन की खुदाई कर तालाब बनाने की शुरुआत की जा रही थी। शिकायत मिलने पर उसे तत्काल रुकवाते हुए संबंधित को निर्देशित किया गया था कि खोदे गए गड्ढे को समतल कर दें..अभिनव यादव, एसडीएम महोली।

मुझे महोली का नया चार्ज मिला है, इस संबंध में मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है। फाइल भी मेरे साथ नहीं है। अपने ऑफिस से इसकी जानकारी लेकर ही बता पाऊंगा, श्रीष कुमार मिश्र, प्रभारी अधिशासी अधिकारी महोली।

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