कासगंज: रूसी सेना में भर्ती भारतीयों का मामला...विदेश मंत्रालय ने फिर जारी किया बयान, कही ये बात

कासगंज जिले के गंजडुंडवारा कस्बे का युवक भी मजदूरी के नाम पर ले जाकर सेना में भर्ती कराया गया है 

कासगंज: रूसी सेना में भर्ती भारतीयों का मामला...विदेश मंत्रालय ने फिर जारी किया बयान, कही ये बात
दोनों फोटो एक ही व्यक्ति अरबाब के हैं

गंजडुंडवारा, अमृत विचार। कस्बे के युवक को हेल्पर की नौकरी के बहाने रूस ले जाकर सेना मे भर्ती कर देने के मामले मे मंत्रालय द्वारा जारी बयान पिता की उम्मीदों पर मरहम का काम कर रहे हैं। मामले में विदेश मंत्रालय द्वारा पांच दिनों के भीतर ही पुनः बयान जारी कर रूस में फंसे भारतीयों की वतन वापसी की बात कही है। इससे पहले 26 फरवरी को बयान जारी कर रूस में फंसे भारतीयों की वतन वापसी की बात कही गयी थी।

लगातार जारी बयान पिता के लिए मरहम
फिर विदेश मंत्रालय से जारी बयान रूस में फंसे मोहल्ला आवाजी निवासी अरबाब के पिता अशरफ हुसैन की बेटे की वतन वापसी की उम्मीदों पर मरहम का काम कर रहे हैं और उनकी बेटे की वतन वापसी की उम्मीद की किरण को जिंदा रखे हुए हैं। वैसे अरबाब लगातार अपने भाई आमिर के सर्म्पक में है और सुरक्षित है।

अब क्या आया है बयान
रूस में फंसे भारतीय के मामले में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने पुनः बयान जारी करते हुए कहा है कि भारत करीब 20 भारतीय नागरिकों को वापस लाने का प्रयास कर रहा है। ये भारतीय रूस की सेना के साथ काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मंत्रालय इस मामले पर भारत और रूस के अधिकारियों के साथ नियमित संपर्क में है। रूस-यूक्रेन संघर्ष के बारे में जायसवाल ने कहा कि भारत की स्थिति स्‍पष्‍ट है। उन्‍होंने कहा कि भारत इस मुद्दे का समाधान चर्चा, कूटनीति और निरंतर संपर्क के माध्‍यम से चाहता है। सरकार उनकी शीघ्र रिहाई के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रही है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने फंसे भारतीयो को दी सलाह
मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने बयान के माध्यम से रूस में फंसे भारतीयों को सलाह दी है कि वे युद्ध क्षेत्र में न जाएं या ऐसी स्थितियों में न फंसें जो कठिन हों।

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