गोंडा: अस्पताल पहुंच डीपीओ ने जाना नवजात का हाल, गन्ने के खेत में मिला था शिशु

गोंडा, अमृत विचार। खोंडारे थाना क्षेत्र के बैजपुर गांव में गन्ने के खेत में मिले नवजात कि हाल जानने के लिए शनिवार को जिला प्रोबेशन अधिकारी संतोष कुमार सोनी जिला महिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने बच्चे का इलाज कर रहे डाक्टर से उसके स्वास्थ्य के विषय में जानकारी ली तथा उसकी समुचित देखभाल के लिए संबंधित कर्मियों को निर्देशित किया।
खोंडारे थाना क्षेत्र के बैजपुर गांव में बीते 27 जनवरी को एक नवजात गन्ने के खेत में लावारिस हालत में पड़ा मिला था। गांव की रहने वाली एक महिला आसमां ने बच्चे को अपने ममता की गांव देकर उसे अपनाने की ख्वाहिश जतायी थी लेकिन पुलिस व चाइल्ड हेल्प लाइन के अधिकारियों ने नवजात को महिला से लेकर उसे जिला महिला अस्पताल में भर्ती करा दिया था। तब से बच्चे का इलाज चल रहा है। उसे अस्पताल के SNCU वार्ड में भर्ती कराया गया है।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. पुरुषार्थ शुक्ला के देखरेख में नवजात का इलाज किया जा रहा है। शनिवार को जिला प्रोबेशन अधिकारी संतोष कुमार सोनी ने महिला अस्पताल पहुंचे और नवजात का हाल जाना और ड्यूटी पर तैनात कर्मियों को बच्चे के समुचित देखभाल का निर्देश दिया।
डीपीओ के साथ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ राम लखन, बाल देखरेख संस्थान के संस्था संचालक उपेंद्र श्रीवास्तव, संस्था के एडॉप्शन ऑफिसर प्रदीप जायसवाल, पैरामेडिकल स्टाफ आशु सोनी आदि लोग मौजूद रहे। प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर आशीष मिश्र ने बताया कि नवजात के पूर्ण स्वस्थ हो जाने पर न्याय पीठ बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करके बाल हित में अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।