प्रयागराज: फूलपुर सीट से नीतीश नहीं लड़ेंगे चुनाव, सपा के कई दिग्गजों ने शुरु की लखनऊ की परिक्रमा!

सपा का गढ़ मानी जाती है फूलपुर सीट, पार्टी के स्थानीय नेताओं में दौड़ी खुशी की लहर

प्रयागराज: फूलपुर सीट से नीतीश नहीं लड़ेंगे चुनाव, सपा के कई दिग्गजों ने शुरु की लखनऊ की परिक्रमा!

प्रयागराज। लोकसभा चुनाव को लेकर अब घमासान शुरु हो चुका है। केंद्र के चुनाव में प्रयागराज की फूलपुर सीट का महत्व काफी माना जा रहा है। इस सीट से कई दिग्गजों ने जीत हासिल की है। बता दें कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल होने के बाद अब विपक्षी गठबंधन से जुड़ी अन्य पार्टियों को झटका लगा है। नितीश कुमार के फूलपुर सीट से न लड़ने पर स्थानीय सपा नेताओ में खुशी है। वहीं अब इस सीट पर सपा के कुछ दिग्गजों ने लखनऊ का चककर लगाना शुरु कर दिया है। 

दरअसल, प्रयागराज की फूलपर सीट अहम मानी जाती रही है। इस सीट से माफिया अतीक अहमद सपा से सांसद हुआ था। इसके अलावा बीएसपी से कपिलमुनि करवरिया भी सांसद रहे। मौजूदा हालत समय में केसरी देवी सांसद है। इस बार भी कांटे कि टक्कर मानी जा रही है। फिलहाल अभी तक सपा से किसी दावेदार का नाम आमने नही आया है। 

गौरतलब है कि इंडिया गठबंधन के अगुवा माने जा रहे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अचानक राजग के साथ मिलकर विपक्षी ताकत को कमजोर कर दिया है। नीतीश के इंडिया गठबंधन में होने के दौरान अटकलें थीं कि वह प्रयागराज की फूलपुर लोकसभा सीट से ही चुनाव लड़ेंगे। वहीं कुर्मी समाज के मतों के ध्रुवीकरण की संभावनाओं को देखते हुए इसका असर प्रदेश की दूसरी कई सीटों पर भी देखने को मिल सकता था।

जनता दल यूनाइटेड ने भी अपने पार्टी प्रमुख नीतीश कुमार को फूलपुर से चुनाव लड़ाने की तैयारी की थी। कुछ समय पहले इसका सर्वे भी बड़े पैमाने पर कराया गया था। चूंकि सपा के लिए फूलपुर सीट उसका गढ़ मानी जाती है और उसे कई बार यहां से प्रचंड जीत भी हासिल हुई है। जिसमें फूलपुर का नाम शामिल नहीं है।

बहरहाल, नीतीश के फिर भाजपा का दामन थमने के बाद लोकसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक सपा नेताओं के चेहरे अब खुशी से खिल उठे हैं। कई नेताओ ने तो लखनऊ में हाई कमान की चौखट पर माथा भी टेकना शुरु कर दिया है।  इस बारे में सपा जिला मीडिया प्रभारी दान बहादुर मधुर ने बताया कि नीतीश जब महागठबंधन में थे, तब फूलपुर से चुनाव लड़ने को लेकर सपा ने कोई बयान नहीं दिया था। उनके राजग में जाने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। सपा लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत हांसिल करेगी।

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