लखनऊ : KGMU में जल्द शुरू होगा स्किन बैंक, बर्न मरीजों के इलाज में मिलेगी मदद

लखनऊ, अमृत विचार। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में अप्रैल महीने तक स्किन बैंक शुरू हो जायेगा। इस बैंक के शुरू होने से 60 से 70 फीसदी तक जल चुके मरीजों की जान बचाने में डॉक्टरों को मदद मिलेगी। यह बैंक केजीएमयू के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में शुरू होगा। स्किन रखने के लिए जगह भी बनकर तैयार है। जल्द ही प्लास्टिक सर्जरी विभाग की तरफ से लाइसेंस के लिए आवेदन किया जायेगा।

प्लास्टिक सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.विजय कुमार ने बताया है कि साल 2024 के अप्रैल महीने में स्किन बैंक की शुरूआत होगी। यहां पर दान किये गये स्किन को करीब 6 महीने तक रखा जा सकता है। जिसका प्रयोग जले हुये मरीजों के इलाज में होगा। उन्होंने बताया कि स्किन बैंक में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों की खरीद की प्रक्रिया पूरी हो गई है। जगह को भी विकसित कर लिया गया है। जल्द ही लाइसेंस के लिए आवेदन किया जायेगा। वह भी जल्द ही मिल जायेगा। उन्होंने बताया कि सोटो से लाइसेंस लेने की प्रक्रिया पूरी की जायेगी।
बर्न मरीजों को मिलेगा लाभ
डॉ. विजय कुमार ने बताया कि 60 से 70 फीसद बर्न होने पर मरीज में संक्रमण फैलने का खतरा अधिक होता है। इसके पीछे की वजह घाव का खुला होना होता है। घाव पर स्किन न होने से घाव ठीक नहीं होता। ऐसे में मरीजों के जान को खतरा बना रहता है। ऐसे में स्किन बैंक बन जाने से बर्न मरीजों को स्किन लगाने में आसानी होगी और मरीजों की जान बच सकेगी।
डॉ. विजय कुमार ने बताया कि स्किन प्रत्यारोपण के लिए स्किन ब्रेन डेड मरीजों अथवा सामान्य मृत्यु होने पर देहदान करने पर प्राप्त होगी। हर उम्र के लोगों की स्किन प्रत्यारोपण के लिए कारगर है। समाज में बढ़ रही देहदान के प्रति जागरुकता लोगों की जिंदगी बचाने में अहम साबित होगी।
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