मुरादाबाद : मनोचिकित्सक बोले- मानसिक अवसाद दूर करने को खुलकर जिएं, परिवार में आपसी संबंध करें मजबूत
मुरादाबाद, अमृत विचार। आधुनिक तनाव भरी जीवन शैली मानसिक अवसाद की वजह बन रही है। आज हर 4-5 में से एक व्यक्ति मानसिक रुप से परेशान है। महानगर के प्रसिद्ध मनो चिकित्सक डॉ. नीरज गुप्ता कहते हैं कि मानसिक तनाव के जैविक कारण बहुत कम हैं। भारतीय संस्कृति की जगह पाश्चात्य संस्कृति का अनुकरण जीवन में तनाव की वजह बन रही है। संयुक्त परिवार का विघटन और एकाकी परिवार को बढ़ावा भी अहम है। उनका कहना है कि आज लोग अपने परिवार या रिश्तेदारों में कम समय बिताते हैं। अधिक समय मोबाइल और सोशल साइट्स पर बिता रहे हैं।
डॉ. नीरज बताते हैं कि आज भारत ही नहीं विश्व में 15 प्रतिशत लोग मानसिक रोग और 40 प्रतिशत मानसिक परेशानी से ग्रसित हैं। इसमें सबसे बड़ी अड़चन यह भी है कि ऐसे लोग यह स्वीकार करने में हिचकते हैं कि वह मानसिक रुप से परेशान या बीमार हैं। जिससे वह चिकित्सक के पास जाने में संकोच करते हैं। ऐसा न करें, हिचक छोड़ें, मनोचिकित्सक से परामर्श लेकर समय पर इलाज शुरु कराएं। ऐसा न होने पर आत्महत्या के मामले बढ़ रहे हैं। कोविड संक्रमण काल के बाद यह स्थिति और बिगड़ी है।
यह भी जरूरी
- परिवार में आपसी संबंध मजबूत करें, एक दूसरे को समय दें
- लंच या ब्रेकफास्ट एक साथ करें, मनोरंजन के लिए समय निकालें
- शारीरिक व मानसिक व्यायाम जरूरी है। प्राणायाम करें, हरी सब्जियों का प्रयोग करें, संतुलित व पौष्टिक आहार लें
- खुलकर जिएं, अपनी समस्या लेकर घुटने की बजाय दूसरों से साझा करें। हो सकता है कोई समाधान बहुत आसानी से निकल जाए।
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