बरेली: वर्टिकल और ट्रेंच विधि अपनाएं, दोगुना मुनाफा पाएं
बरेली, अमृत विचार। वर्टिकल और ट्रेंच विधि से गन्ने की फसल बोने से कम लागत में अधिक आय होती है। अफसरों का दावा है कि बरेली परिक्षेत्र में पहली बार इस विधि से गन्ने की बुवाई शुरू हुई है। इस विधि से बुवाई से फसल ज्यादातर खरपतवार से नियंत्रित भी रहती है और कतार में भी रहती है। इसके अलावा गन्ने की मोटाई ज्यादा और रस में शक्कर की मात्रा भी ज्यादा होती है।
उपायुक्त गन्ना राजीव राय ने बताया कि परिक्षेत्र बरेली में पहली बार गन्ना विकास विभाग के सहयोग से परिक्षेत्र में बरेली में 39 हेक्टेयर, पीलीभीत में 1016 हेक्टेयर, शाहजहांपुर में 88 हेक्टेयर, बदायूं में तीन हेक्टेयर और कासगंज में 83 हेक्टेयर में गन्ना किसानों ने वर्टिकल एवं ट्रेंच विधि से बुवाई की है।
दोनों की विधि से बुवाई करने पर 14 से 15 क्विंटल प्रति हेक्टेयर गन्ना बीज लगता है। जबकि उत्पादन 1400 से 1500 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होता है। सामान्य विधि से बुवाई पर 60 से 65 क्विंटल गन्ना बीज लगता है और उत्पादन भी कम होता है। वर्टिकल एवं ट्रेंच विधि से बुवाई करने पर सहफसली खेती के रूप में जैसे सरसों, मटर, प्याज, आलू आदि फसलों की बुवाई से अतिरिक्त आय होती है।
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