रायबरेली: मलकेगांव पटाखा विस्फोट में घायल तीसरे बच्चे की भी मौत, ट्रामा सेंटर में चल रहा था इलाज

सरेनी, रायबरेली। सरेनी क्षेत्र के मलकेगांव में हुए पटाखों में विस्फोट से तीसरे बच्चे की भी गुरुवार की सुबह ट्रामा सेंटर लखनऊ में मौत हो गई। इससे कोहराम मच गया। दो बच्चों की मौत पहले ही हो चुकी है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा दिया है। शाम तक गांव पहुंचने की उम्मीद है।
थाना क्षेत्र के मलकेगांव की रहने वाली नसरीन पत्नी कलाम मोहम्मद की पटाखा फैक्ट्री में दिवाली के लिए पटाखा बनाए जाते हैं। बीती 10 नवंबर को नसरीन बानो ने गांव के सौरभ, मनीष कुमार, गोविंद उम्र 10 वर्ष पुत्र भैया लाल को पैसों व पटाखा देने का लालच देकर पटाखा बनवाने के लिए बुला लिया। तीनों बच्चों ने पटाखा बनाना शुरू किया। इसी बीच कलाम मोहम्मद की बेटी सजा उम्र 8 वर्ष भी पटाखा बनाने लगी, तभी विस्फोट हो गया।
इससे चारों बच्चे गंभीर रूप से झुलस गये। तीन बच्चों को पुलिस ने लखनऊ के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। बीती 17 नवंबर को मनीष कुमार व सौरव की इलाज के दौरान लखनऊ में मौत हो गई थी। गोविंदा का इलाज चल रहा था। लेकिन गुरुवार की सुबह करीब 5 बजे गोविंदा की भी सांसे थम गई।
इससे परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। पुलिस ने बच्चों के शव का पोस्टमार्टम करा दिया है। उसके शव की घर पहुंचने की उम्मीद है। कोतवाल संजय कुमार ने बताया कि बच्चों के शव का पोस्टमार्टम लखनऊ में कराया जा रहा है। देर रात तक शव पहुंच जाएगा।
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