कानपुर: एबीवीपी ने सड़क पर किया जोरदार प्रदर्शन, दोषी शिक्षिका निलंबित, यह था पूरा मामला...

कानपुर। कैंट में एक स्कूल की शिक्षिका द्वारा छात्र का धर्म परिवर्तन कराने के प्रयास का मामला बढ़ता जा रहा है। सोमवार को शिक्षिका के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने माल रोड स्थित बीएनडी कॉलेज से जुलूस भी निकाला लेकिन जैसे की कार्यकर्ता कैंट क्षेत्र में प्रवेश करने वाले थे पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
हंगामा बढ़ता देख एसीपी बृज नारायण और एडीसीपी पूर्वी आकाश पटेल मौके पर पहुंचे और कार्यकर्ताओं को समझाने की कोशिश की। इस दौरान सभी स्कूल के सामने बड़ी सड़क पर बैठ गए और जमकर नारेबाजी की। हंगामा बढ़ने पर स्कूल प्रशासन ने आरोपी शिक्षिका को निलंबित कर दिया।
बता दें, कि छात्र कैंट के एक क्रिश्चियन स्कूल में 10वीं का छात्र है। उसके पिता का आरोप है कि स्कूल की शिक्षिका ने उनके बेटे को पहले प्रेम जाल में फंसाया और फिर उसका धर्म परिवर्तन करने का प्रयास किया। पिता ने बताया कि मैंने बेटे का एक दिन अचानक मोबाइल पकड़ा तो वह किसी महिला से फोन पर अश्लील चैटिंग कर रहा था।
जब बेटे से पूछा तो उसने बताया कि यह स्कूल की शिक्षिका हैं। पिता ने बताया कि बेटा पूजा-पाठ से दूर भागने लगा है। उसे पूजा में घंटी बजाने पर भी संकोच लगता है। पिता ने बताया कि जब बेटे से पूछा तो उसने बताया कि कुछ महीने पहले शिक्षिका ने उसे मिलने चर्च में बुलाया था इस दौरान बेटे की शिखा को भी काट दिया था।
पुलिस से हुई झड़प
पुलिस ने जब कैंट की सीमा में बने स्कूल में जाने से एबीवीपी कार्यकर्ताओं को रोका तो हंगामा बढ़ गया। इस बीच पुलिस और सैकड़ों की संख्या में मौजूद कार्यकर्ताओं में हल्की नोकझोंक भी हुई। एसीपी बृज नारायण और एडीसीपी पूर्वी आकाश पटेल मौके पर पहुंचे और कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसपर कार्रवाई की जाएगी।
बच्चे की स्कूल की किताब में बनी महापुरुषों की फोटो पर क्रॉस बना हुआ है। स्कूल में कलावा व माथे पर तिलक पर प्रतिबंध है। यह स्कूल की मंशा पर सवाल खड़ा करते हैं। - मयंक पासवान, महानगर मंत्री, एबीवीपी
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