बरेली: आलू को नहीं मिल रहा भाव, किसान और कोल्ड स्टोर मालिकों में बेचैनी

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Published By Moazzam Beg
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बरेली, अमृत विचार। आलू का भाव पिछले साल अच्छा मिला तो इस बार किसानों ने जमकर पैदावार की लेकिन जब आलू की फसल तैयार हुई तो दाम धड़ाम हो गए। नुकसान से बचने के लिए किसानों ने इस उम्मीद से बड़े पैमाने पर कोल्ड स्टोरेज में आलू रखवा दिए कि कुछ महीनों बाद दामों में बढ़ोतरी होगी मगर अब उनके इस फैसले ने उनकी बेचैनी बढ़ा दी है। कोल्ड स्टोरेज मालिक भी इस बात से परेशान है कि अगर किसानों को आलू का सही भाव नहीं मिला तो वे कोल्ड स्टोर में ही आलू छोड़ देंगे, इससे उन्हें किराया भी नहीं मिलेगा।

जिले में 27 कोल्ड स्टोर चल रहे हैं। इनमें 1.25 हजार मीट्रिक टन आलू का भंडारण किया गया है। इनमें से अब तक करीब 45 प्रतिशत ही आलू की निकासी हो पाई है। पिछले साल जिले में आलू की पैदावार अच्छी हुई थी। अच्छा मुनाफा होने पर किसानों का रुझान आलू की खेती की ओर बढ़ा। इसके बाद रकबा बढ़ाकर करीब साढ़े सात हजार हेक्टेयर कर लिया गया।

डेलापीर मंडी के आढ़ती बताते हैं कि थोक में आलू का भाव 1100 से 1200 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है। सीजन में भाव की कमी से किसानों ने बड़ी मात्रा में कोल्ड स्टोरेज में आलू का भंडारण किया था। अब भाव गिरते देख किसानों को डर है अगर उन्होंने आलू की निकासी नहीं की तो बड़ा घाटा झेलना पड़ सकता है। दूसरी तरफ कोल्ड स्टोर मालिकों का कहना है कि अगर आलू के दाम ऐसे ही तेजी से गिरते रहे तो आलू फेंका जाएगा। स्टोर के किराये के डर से किसान आलू निकालने ही नहीं आएगा। ठेले वाले फेरी लगाकर 14 से 15 रुपये किलो आलू बेच रहे हैं। पिछले साल इन्हीं दिनों में आलू 15 से 20 रुपये तक रहा था।

किसान बोले- इस बार लागत निकलना मुश्किल
आलू की खेती में फिलहाल नुकसान होता दिख रहा है। बाजार में आलू का भाव नहीं मिल रहा है। उच्च किस्म का आलू एक हजार रुपये प्रति क्विंटल के दाम पर बिक रहा हैं। इतने में तो लागत निकलनी मुश्किल है। - मुकेश, बीजामऊ

कोल्ड स्टोर में 850 बोरी आलू का भंडारण किया है। इस बार बाजार में भाव की कमी देखकर कोल्ड स्टोर का भाड़ा पल्लेदारी व बोरी की रकम नहीं आ पा रही है। इसलिए मजबूरी में हम अभी आलू नहीं बेच रहे हैं। - पंकज, भदपुरा

पिछले साल की तरह ही इस भी हमने कोल्ड स्टोर में आलू बढ़ी उम्मीदों के साथ रखा था, लेकिन आलू पर इस वक्त चल रही मंदी ने परेशानी बढ़ा दी है। यही कारण है अब तक कोल्ड से आलू नहीं निकाला जा सका है। - इतवारी, भुता

अभी परेशानी बनी है। आने वाले कुछ दिनों में अगर आलू के भाव नहीं बढ़ते हैं और किसान की लागत नहीं निकलती है तो किसान कोल्ड में ही आलू छोड़ देंगे। ऐसे में आलू फेंकना पड़ेगा। इसे भारी घाटा उठाना पड़ सकता है। - आरपी सिंह ,शीतगृह स्वामी

किसानों को आलू का भाव नहीं मिल रहा है। आलू का भाव नहीं मिला तो स्टोर में ही किसान आलू को छोड़ देंगे। इससे स्टोर मालिकों को काफी नुकसान होगा। कर्ज लेकर स्टोर का संचालन कर रहे कुछ मालिकों की बैंक की किस्त तक नहीं निकलेगी। - हरि प्रकाश अग्रवाल, अध्यक्ष, कोल्ड स्टोर एसोसिएशन।

जिले के सभी कोल्ड स्टोरेज में पर्याप्त मात्रा में आलू भंडारित है। यह बात सही है कि अभी दाम कुछ कम होने की वजह से किसान आलू की निकासी नहीं कर रहे हैं। सितंबर में आलू के भाव सुधरने पर निकासी में तेजी दिखने की उम्मीद है। - पुनीत पाठक, जिला उद्यान अधिकारी

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