कोविड तो बहाना है, सरकारी दफ्तरों को ‘स्थायी स्टाफ मुक्त’ बनाना है: राहुल

कोविड तो बहाना है, सरकारी दफ्तरों को ‘स्थायी स्टाफ मुक्त’ बनाना है: राहुल

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए शनिवार को कहा कि “मोदी सरकार की सोच-न्यूनतम शासन अधिकतम निजीकरण” की है। कोविड तो बस बहाना है, सरकारी दफ़्तरों को स्थायी स्टाफ-मुक्त’ बनाना है, युवा का भविष्य चुराना है और ‘मित्रों’ को आगे बढ़ाना है।” राहुल गांधी ने कहा …

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए शनिवार को कहा कि “मोदी सरकार की सोच-न्यूनतम शासन अधिकतम निजीकरण” की है। कोविड तो बस बहाना है, सरकारी दफ़्तरों को स्थायी स्टाफ-मुक्त’ बनाना है, युवा का भविष्य चुराना है और ‘मित्रों’ को आगे बढ़ाना है।” राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने अपनी नीति बदल दी है और वह अब ‘न्यूनतम शासन, अधिकतम निजीकरण’ की सोच के साथ काम कर रही है।

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा “मोदी जी,अब नई नौकरियों व नए पदों पर बैन। युवाओं के लिए शिक्षा नहीं, युवाओं के लिए रोज़गार नहीं, युवाओं की परीक्षा का नतीजा नहीं, अब युवाओं के लिए भविष्य में भी नौकरी नहीं।” उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं के लिए अवसर पैदा नहीं करती है और इस दिशा में कोई प्रयास भी नहीं किये जा रहे है। उन्होंने कहा “युवाओं के भविष्य पर कुंडली मारे बैठी भाजपा! कब देंगे न्याय, अब नहीं चलेगा अन्याय!”