हल्द्वानी: जीरे पर महंगाई का 'तड़का', 500 के पार 'भड़का'
घर-घर की रसोई का बजट बिगड़ा, उत्पादन कम होने से बढ़े दाम
हल्द्वानी, अमृत विचार। दाल में तड़का लगाना महंगा हो गया है। क्योंकि जीरे के दाम में सीधे 50 फीसदी की वृद्धि हुई है। करीब दो माह पहले तक जीरे की कीमत 240 रुपये प्रति किलो थी, जो अब 520 रुपये प्रति किलो पहुंच गई है। इससे हर घर की रसोई का बजट बिगड़ गया है।
जीरे के दाम में उछाल आने का कारण बेमौसम बारिश है। जिससे उत्पादन काफी कम हुआ है। मांग अधिक होने के कारण जीरे का भाव लगातार चढ़ रहा है। इसकी विदेशी बाजार में भी मांग अधिक है। जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में जीरे की कीमतों में कमी के कोई आसार नहीं है। पिछले एक साल में जीरे की कीमतों में दोगुणा इजाफा हुआ है, जो एक रिकार्ड है।
व्यापारी अनिल जायसवाल ने बताया कि जीरे के दाम 520 रुपये प्रति किलो हैं। इसके अलावा दालों के दाम भी बढ़े हैं। अरहर 120 से 140 रुपये प्रति किलो तथा सफेद छोले 100 से 140 रुपये प्रति किलो बिक रहे हैं। चीनी पहले 38 रुपये थी, जो अब 40 रुपये प्रति किलो हो गई है। हालांकि सरसों तेल और रिफाइंड के दाम में कमी आई है। सरसों तेल जहां 110 से 120 रुपये लीटर बिक रहा है। वहीं, रिफाइंड 100 से 120 रुपये प्रति लीटर है।
लाल मिर्च पर भी महंगाई का असर
जीरे के साथ-साथ अब लाल मिर्च पर भी महंगाई का असर दिख रहा है। बेमौसम बारिश की मार का प्रभाव जीरे के साथ-साथ लाल मिर्च पर भी हुआ है। बाजार में पहले लाल मिर्च की कीमत 230 से 240 रुपये प्रति किलो थी। जो अब 280 के पार पहुंच गई है। महंगाई के कारण लोगों की रसोई का बजट बिगड़ गया है।
जीरे के दाम में इतनी तेजी कभी नहीं आई। तेजी की प्रमुख वजह बेमौसम वर्षा है। जिसके कारण पैदावार में गिरावट आई है। लोग जरूरत के हिसाब से ही जीरा ले रहे हैं।
-अनिल जायसवाल, व्यापारी हल्द्वानी