CharDham Yatra 2023: मुख्यमंत्री ने चार धाम तीर्थयात्रियों पर दैनिक सीमा हटाने का फैसला किया

CharDham Yatra 2023: मुख्यमंत्री ने चार धाम तीर्थयात्रियों पर दैनिक सीमा हटाने का फैसला किया

देहरादून, अमृत विचार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को चार धाम यात्रा शुरू होने से एक दिन पहले उत्तराखंड के चार प्रसिद्ध हिमालयी मंदिरों में जाने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या पर दैनिक सीमा लगाने का अपना फैसला वापस ले लिया। राज्य सरकार ने पहले चार मंदिरों में प्रतिदिन आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या रोक लगाने का फैसला किया था, लेकिन पुजारियों और टूर ऑपरेटरों के दबाव में फैसला वापस ले लिया।

अतिरिक्त मुख्य सचिव राधा रतूड़ी द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने मंदिरों में आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या पर दैनिक कैप लगाने के फैसले को वापस लेने का फैसला किया है। हालांकि, यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं किया गया है क्योंकि इससे उन्हें ट्रैक करने में मदद मिलती है। गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर शनिवार को भक्तों के लिए खुलने वाले हैं, देवी गंगा की मूर्ति अपने शीतकालीन निवास मुखबा से फूलों से सजी पालकी में रवाना हुई।

इसी तरह शनिवार की सुबह मां यमुना की प्रतिमा अपने शीतकालीन धाम खरसाली से रवाना होगी। केदारनाथ 25 अप्रैल को और बद्रीनाथ 27 अप्रैल को खुलेगा। अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आईएसबीटी ऋषिकेश से चार धाम यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों के साथ बसों के एक काफिले को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, यह कहते हुए कि इस वर्ष यात्रा पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ने के लिए तैयार है।

मुख्यमंत्री धामी और उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों ने हिमालयी मंदिरों के लिए जाने वाले तीर्थयात्रियों को माला पहनाई। उन्होंने कहा कि 16 लाख से अधिक तीर्थयात्री पहले ही तीर्थ यात्रा के लिए पंजीकरण करा चुके हैं और संख्या बढ़ रही है। श्री धामी ने घोषणा की कि इस वर्ष हिमालय के चार मंदिरों में चार धाम तीर्थयात्रियों पर हेलीकॉप्टरों से पुष्पवर्षा की जाएगी।

उन्होंने सभी हितधारकों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि तीर्थयात्री यात्रा की सुनहरी यादों के साथ संतुष्ट होकर घर लौटें। राज्य के वन मंत्री सुबोध उनियाल, परिवहन मंत्री चंदन राम दास, शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, मेयर अनीता ममगाई और समाजसेवी संस्था हंस फाउंडेशन के संस्थापक भोले महाराज और उनकी पत्नी मंगला माता भी मौजूद थीं। इस अवसर पर बोलते हुए परिवहन मंत्री दास ने कहा कि इस साल 5,000 वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड बनाए गए हैं और श्रद्धालुओं के लिए परेशानी मुक्त तीर्थ यात्रा सुनिश्चित करने के लिए सभी इंतजाम किए गए हैं।

बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने भी हरिद्वार के माया देवी मंदिर परिसर से चार धाम तीर्थयात्रियों को बसों के बेड़े को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।